शहद बनाम मेपल सिरप: इनमें से किसका इस्तेमाल है ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक?
शहद और मेपल सिरप को चीनी का स्वास्थ्यवर्धक विकल्प माना जाता है। हालांकि, ज्यादातर लोग शहद और मेपल सिरप को लेकर उलझन में रहते हैं कि इनमें से किसका सेवन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर है। अगर आप भी इसी कशमकश में रहते हैं तो आपको बता दें कि दोनों की अपनी अलग विशेषताएं है। आइए जानते हैं कि शहद और मेपल सिरप में से कौन सा सबसे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है।
शहद और मेपल सिरप में मौजूद पोषक तत्व
शहद मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस को चूसकर बनता है, जबकि मेपल के पेड़ों से निकलने वाले रस को मेपल सिरप कहा जाता है। पोषक तत्वों की बात करें तो शहद में कार्बोहाइड्रेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन-B6, विटामिन-C, एमिनो एसिड के साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। दूसरी ओर, मेपल सिरप में मुख्य रूप से सुक्रोज के साथ-साथ मैंगनीज और जस्ता जैसे खनिज होते हैं। साथ ही यह कार्ब्स का बेहतरीन स्त्रोत है।
इन सामग्रियों में मौजूद कैलोरी और ग्लाइसेमिक इंडेक्स
कैलोरी के मामले में शहद और मेपल सिरप दोनों काफी समान हैं और इनकी प्रति चम्मच में लगभग 60 कैलोरी होती है। हालांकि, शहद में मेपल सिरप की तुलना में अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) होता है। इसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। बता दें कि GI एक खाने की योजना है, जो भोजन को 0-100 के पैमाने पर मापता है और कम रैंक वाले खाद्य पदार्थ मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक होती हैं।
शहद और मेपल सिरप से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ
शहद जलने या घाव की स्थिति को सुधारने, उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने और दांतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने जैसे लाभ प्रदान कर सकता है। दूसरी ओर, मेपल सिरप में प्रीबायोटिक गुण होते हैं जो शरीर में लैक्टिक एसिड का उत्पादन बढ़ाकर पाचन शक्ति को बेहतर करने का काम करते हैं। मेपल सिरप का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और हड्डियों को मजबूती देने जैसे लाभ भी दे सकता है।
शहद और मेपल सिरप में से स्वास्थ्य के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद?
शहद और मेपल सिरप के बीच का चयन व्यक्तिगत पसंद और आहार संबंधी आवश्कताओं पर निर्भर करता है। वैसे स्वास्थ्य की दृष्टि से दोनों ही चीजें कई लाभ प्रदान कर सकती हैं। शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट और कई पोषक तत्व ज्यादा होते हैं, जबकि मेपल सिरप में लाभकारी पॉलीफेनोल्स होते हैं। हालांकि, इनमें से किसी भी चीज का अधिक सेवन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसलिए सीमित मात्रा में इनका इस्तेमाल करें।