8 या 9 मार्च, कब है महाशिवरात्रि? जानिए सही तिथि और अन्य महत्वपूर्ण बातें
महाशिवरात्रि के दिन देशभर के लाखों भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ लोग व्रत भी रखते हैं। हालांकि, इस बार कई लोग इस त्योहार की तिथि को लेकर उलझन में हैं कि व्रत 8 मार्च को रखा जाएगा या 9 मार्च? अगर आप भी इसी कशमकश में हैं तो आज हम आपको महाशिवरात्रि का व्रत रखने की सही तिथि, पूजा का मुहूर्त और अन्य महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।
8 मार्च को मनाया जाएगा महाशिवरात्रि का त्योहार
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चंद्र-सौर कैलेंडर के हर महीने में शिवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन साल में एक बार सर्दियों के अंत में आने वाली महाशिवरात्रि पूरे भारत और नेपाल में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है, जो इस बार 8 मार्च (शुक्रवार) को होगी। इस दिन कई मंदिरों में भव्य समारोह और मेले आयोजित किए जाते हैं।
महाशिवरात्रि की पूजा का मुहूर्त
द्रिक पंचाग के मुताबिक, फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात 09:57 बजे शुरू होगी और अगले दिन 9 मार्च को शाम 06:17 बजे इसका समापन होगा। निशिताकाल मुहूर्त: 9 मार्च को सुबह 12:06 से लेकर सुबह 12:56 तक व्रत पराण का समय: 9 मार्च को सुबह 06:37 से लेकर दोपहर 03:28 तक ऐसा माना जाता है कि निशिताकाल में भगवान शिव की पूजा करना शुभ होता है।
महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है?
हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, महाशिवरात्रि मनाने के पीछे कई कारण जुड़े हुए हैं। एक तो ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए हर साल उनके मिलन का जश्न मनाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह भी कहा जाता है कि महाशिवरात्रि वही दिन है, जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान निकला जहर पीकर दुनिया को विनाश से बचाया था।
महाशिवरात्रि कैसे मनाई जाती है?
इस दिन भक्त सुबह उठकर स्नान करके सबसे पहले शिवलिंग पर जल और भगवान शिव की प्रिय चीजों को अर्पित करते हैं। इसके अतिरिक्त कई लोग महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखते हैं, जबकि कई रात के समय जागरण और पूजा का आयोजन करते हैं। कई महिलाएं तो इस अवसर पर अपने घर पर कीर्तन भी करवाती है और भजनों से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करती हैं।