इन 5 चीजों को भिगोकर खाने से मिल सकते हैं अधिकतम लाभ
कई डॉक्टर्स कुछ खान-पान की चीजों को भिगोकर खाने की सलाह देते हैं। दरअसल, उन खाद्य पदार्थों में मौजूद फाइटिक एसिड और एंजाइम अवरोधक जैसे जटिल यौगिक आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं, लेकिन भिगोने से इन यौगिक को तोड़ने में मदद मिलती है, जिससे पोषक तत्वों के लाभ भी बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं कि किन-किन खाद्य पदार्थों को भिगोकर खाना चाहिए।
क्विनोआ
अगर आप क्विनोआ को खाने से कुछ घंटे पहले भिगो देते हैं तो इस पर से कड़वी परत हट जाती है और इसे पकाने में भी कम समय लगता है। इसके अतिरिक्त यह पाचन शक्ति को बढ़ाने और हड्डियों को मजबूती देने में भी मदद कर सकता है। साथ ही भीगे क्विनोआ का सेवन शरीर में वसा की मात्रा कम कर सकता है और लिपिड मेटाबॉलिज्म में सुधार करके वजन को कम कर सकता है।
चिया बीज
अगर चिया बीज को खाने से पहले भिगोते हैं तो ये जेल जैसी स्थिरता में फूल जाते हैं। इसके बाद इनका किसी भी चीज में उपयोग पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ा सकता है। भीगे चिया बीज में मौजूद फाइबर और अन्य पोषक तत्व मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही ये बिना किसी नुकसान के ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रख सकते हैं। यहां जानिए चिया बीज से मिलने वाले अन्य फायदे।
बादाम
बादाम के छिलके में टैनिन होता है, जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। ऐसे में अगर आप भिगोए हुए बादाम को छीलकर खाते हैं तो बादाम के सभी फायदे ठीक से मिल सकते हैं। भिगोने से बादाम में पोषक तत्व सक्रिय हो जाते हैं, वे अधिक आसानी से पचते हैं। इसके अतिरिक्त भीगे हुए बादाम लाइपेज (एक लिपिड-ब्रेकिंग एंजाइम) भी छोड़ते हैं, जो भोजन में मौजूद वसा पर काम करके पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में कारगर हैं।
ओट्स
ओट्स को रातभर पानी में भिगोए रखने से स्टार्च टूट जाता है और फाइटिक एसिड कम हो जाता है, जिससे इसकी मलाईदार बनावट बन जाती है। भीगे ओट्स का सेवन शरीर में HDL कोलेस्ट्रॉल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को बढ़ावा देने और LDL कोलेस्ट्रॉल (खराब कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इससे पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने, ब्लड शुगर संतुलित करने जैसे कई अन्य लाभ भी मिल सकते हैं। यहां जानिए ओट्स की रेसिपी।
दालें
दालों को भी हमेशा कुछ देर पानी में भिगोने के बाद पकाना चाहिए। ऐसा करने से न सिर्फ इन्हें पकाने का समय कम होता है, बल्कि इनमें मौजूद फाइटिक एसिड भी कम हो जाते हैं। भिगोई दाल को बनाकर खाने से पाचन ठीक रहता है और इससे कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। यहां जानिए 5 अलग-अलग तरह की दालों की आसान रेसिपी।