अपने बच्चों को पैसों से जुड़ी अच्छी आदतों के लिए ऐसे करें प्रोत्साहित
बच्चों को अगर छोटी उम्र से ही अच्छी बातें सीखा दी जाएं तो उनका आने वाला समय काफी अच्छे से निकलना लाजमी है, फिर चाहे वो अच्छी बातें रोजमर्रा के काम की हो या फिर पैसों की अहमियत से जुड़ी। अगर आपका बच्चा 5-6 साल का हो गया है तो इस उम्र में आपको उसे पैसों से जुड़ी अच्छी आदतें सिखाना शुरू कर देना चाहिए, ताकि उसे जीवन में किसी बड़ी फाइनेंशियल गलती से बचने में मदद मिल सके।
लक्ष्य निर्धारित करना है जरूरी
बच्चों को पैसों से जुड़ी अच्छी आदतों को सीखाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप बच्चों को पहले लक्ष्य निर्धारित करना समझाएं। उदाहरण के लिए आप अपने बच्चे को यह बात इस तरह से बता सकते हैं कि अगर उसे अपनी पसंदीदा कोई चीज खरीदनी है तो उसे अपनी जेबखर्ची में से पैसों की बचत करना शुरू कर देना चाहिए। इस तरह से बच्चों को पैसों की बचत करने के महत्व के बारे में भी अनुभव हो जाएगा।
पैसों का महत्व समझाना
यह सबसे जरूरी स्टेप है, जिसके लिए बच्चों को पैसों से काम करने के तरीके पता चलने चाहिए, क्योंकि ऐसे वे आगामी समय में सेविंग और इनवेस्टमेंट को भी आसानी से समझ सकेंगे। उदाहरण के लिए आप अपने बच्चे को बताएं कि आप बाजार से सामान खरीदते समय मोल-भाव क्यों करते हैं? या फिर पैसों के आदान-प्रदान करते समय किस बात का ध्यान रखना जरूरी है? आदि। इस तरह बच्चे पैसों के महत्व को आसानी से समझ सकते हैं।
बजट के अनुसार खर्चा करने की कला
बहुत से माता-पिता अपने बच्चों को पॉकेट मनी के रूप में महीने भर के खर्चों के लिए इकट्ठे पैसे दे देते हैं, लेकिन कभी-कभी ये पैसे उनकी जरूरत से अधिक होते हैं क्योंकि ऐसा जरूरी नहीं कि हर महीने उन्हें कुछ न कुछ खरीदने की आवश्यकता पड़े ही। ऐसे में आप चाहें तो बच्चे को पॉकेट मनी देने के बजाए जरूरत का सामान खरीदने के लिए ही पैसे दे सकते हैं। इस तरह बच्चे बजट में रहना सीख सकेंगे।
बच्चों को निवेश के बारे में समझाना भी समझदारी
अगर आपके बच्चे थोड़े बड़े हैं तो आपके लिए उन्हें अलग-अलग निवेश प्रक्रिया के बारे में समझाना समझदारी की बात हो सकती है। बेहतर होगा कि माता-पिता बच्चों के बीच निवेश की अवधारणा को पेश करें और उन्हें बताएं कि लगातार निवेश से पैसे बढ़ सकते हैं। इस तरह से बच्चे में पैसों को लेकर एक अच्छी आदत को विकसित किया जा सकता है। इसी तरह से बच्चों को पैसों से जुड़ी अच्छी आदतों के लिए प्रोत्साहित करते रहें।