अपनी त्वचा के प्रकार के हिसाब से ऐसे चुनें सनस्क्रीन

क्या आपको पक्का पता है कि जिस सनस्क्रीन का इस्तेमाल आप कर रहे हैं, वह आपके लिए फायदेमंद है? भले ही आप त्वचा को सूरज की हानिकारक UV किरणों से बचाने के लिए महंगी से महंगी सनस्क्रीन का इस्तेमाल क्यों न करते हों, अगर वह त्वचा को सुरक्षा देने में असफल है तो समझ जाइए कि वह सनस्क्रीन आपकी त्वचा के लिए सही नहीं है। आइए आपको बताते हैं कि त्वचा के प्रकार के अनुसार कौन सी सनस्क्रीन बेहतर है।
रूखी त्वचा को हमेशा पोषण की जरूरत होती है। इसलिए अगर आपकी त्वचा रूखी है तो उसके लिए ऐसी सनस्क्रीन चुनें जिसमें मॉइस्चराइजिंग गुण मौजूद हों क्योंकि यहीं आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक UV किरणों से सुरक्षित रखने में प्रभावी हो सकती है। हालांकि ध्यान रखें कि मॉइस्चराइजिंग गुणों से युक्त सनस्क्रीन में ग्लाइकोलिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड जैसी सामग्रियां न हों। इन सामग्रियों से त्वचा को फायदा कम और नुकसान ज्यादा हो सकता है।
अगर आपकी त्वचा काफी तैलीय और मुंहासों वाली है तो आपके लिए जिंक ऑक्साइड और टाइटेनियम डाइऑक्साइड जैसे मिनरल्स से युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना अच्छा होगा। ये मिनरल्स त्वचा को सूरज की हानिकारक UV किरणों से बचाने के साथ-साथ अधिक तैलीय प्रभाव को कम करने में भी काफी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा तैलीय त्वचा वालों के लिए ग्रीन टी एक्ट्रैक्ट, बाओब ऑयल, एल-कार्निटिन और निकोटिनैमाइड जैसी सामग्रियों से युक्त सनस्क्रीन भी लाभदायक है।
मिश्रित प्रकार की त्वचा में कुछ हिस्से रूखे और कुछ तैलीय प्रभाव के होते है। इसलिए अगर आपकी त्वचा मिश्रित प्रकार की है तो आपके लिए ऐसी सनस्क्रीन का चयन करना फायदेमंद होगा जिसमें इन दोनों प्रभावों को नियंत्रित रखने की क्षमता हो। इसके अलावा मिश्रित त्वचा वाले इस बात का खास ध्यान रखें कि उनके द्वारा चुनी जाने वाली सनस्क्रीन में किसी भी तरह के रसायन मौजूद न हों। इससे त्वचा को बहुत नुकसान पहुंच सकता है।
अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो आपको किसी भी स्किन केयर प्रोडक्ट का चुनाव करते समय अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि संवेदनशील त्वचा के लिए कई तरह की चीजें परेशानी का सबब बन सकती हैं। बात अगर सनस्क्रीन के चयन की करें तो ऐसी त्वचा वालों के लिए हाइड्रेटिंग और प्राकृतिक सामग्रियों से युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित होगा।