गले में है दिक्कत? राहत के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू नुस्खे
अमूमन लोग गले की खराश को सामान्य समझकर उससे होने वाली परेशानियां झेलते रहते हैं, लेकिन यह लक्षण स्ट्रेप थ्रोट का भी हो सकता है। स्ट्रेप थ्रोट गले में होने वाला एक संक्रमण है, जो ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इस चिकित्सीय स्थिति में गले में दर्द, सूजन और कुछ भी निगलने में दिक्कत होती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जो स्ट्रेप थ्रोट के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
विटामिन-C युक्त चीजें लें
विटामिन-C एक ऐसा पोषक तत्व है, जो इम्यूनिटी को बढ़ावा दे सकता है और आपके शरीर की किसी भी मौजूदा संक्रमण से निपटने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए संतरे, कीवी, केल, अंगूर, स्ट्रॉबेरी और ब्रोकली जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें क्योंकि इनमें विटामिन-C का उच्च स्तर मौजूद होता है। आप चाहें तो डॉक्टरी सलाह लेकर अनुसार विटामिन-C सप्लीमेंट्स भी खा सकते हैं। यहां जानिए विटामिन-C के फायदे।
शहद का सेवन करें
शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण जकड़न, खराश और दर्द सहित गले की कई परेशानियों को कम कर सकता है। यह गले को परेशान करने वाले बैक्टीरिया से छुटकारा पाने में भी मदद कर सकता है। लाभ के लिए सुबह एक चम्मच शहद का सेवन करें या फिर शाम को नींबू और शहद की चाय बनाकर पिएं। गला खराब होने पर इन चाय का सेवने भी किया जा सकता है।
पुदीने का तेल करेगा मदद
पुदीने के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्ट्रेप थ्रोट के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसका कारण है कि इसमें मौजूद मेन्थॉल प्रभाव गले को ठंडक का अहसास करा सकता है और सूजन को कम कर सकता है। लाभ के लिए डिफ्यूजर में पुदीने के तेल की कुछ बूंदों को डालकर इसे अपने पास रखकर चलाएं या फिर एक गिलास गर्म पानी में पुदीने के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर पिएं।
सेब के सिरके का करें इस्तेमाल
स्ट्रेप थ्रोट के इलाज के लिए आप सेब के सिरके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यह एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-फंगल गुण से भरपूर होता है। इसमें मौजूद अम्लीय तत्व न सिर्फ स्ट्रेप थ्रोट के वायरस, बल्कि गले की सूजन को भी कम करते हैं। लाभ के लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और आधा चम्मच नमक मिलाएं और इस पानी से गरारे करें।
हर्बल चाय पिएं
हर्बल चाय एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। इस कारण ये स्ट्रेप थ्रोट से राहत दिलाकर गले को आराम पहुंचा सकती हैं। लाभ के लिए आप कैमोमाइल चाय, लिकोरिस चाय, ग्रीन टी, दालचीनी की चाय, अदरक की चाय या थाइम चाय चुन सकते हैं। ये स्ट्रेप थ्रोप पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ सकते हैं। यहां जानिए स्ट्रेप और सोर थ्रोट में अंतर।