क्या उपवास करने से सच में मिलती है आध्यात्मिक शांति? जानें इस बात की सच्चाई
क्या है खबर?
उपवास को अक्सर आध्यात्मिक शांति और मानसिक संतुलन के लिए जरूरी माना जाता है। कई लोग मानते हैं कि उपवास करने से आत्मा की शुद्धि होती है और मन को शांति मिलती है।
हालांकि, क्या वाकई में ऐसा हो सकता है? इस लेख में हम इस धारणा की सच्चाई जानने की कोशिश करेंगे। साथ ही, यह भी देखेंगे कि उपवास का शरीर और मन पर क्या असर पड़ता है।
#1
उपवास से बढ़ती है मानसिक स्पष्टता?
कई लोग मानते हैं कि उपवास करने से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह पूरी तरह सही नहीं है।
लंबे समय तक बिना खाए रहने पर शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करता है। इसके खत्म होने पर चर्बी को ऊर्जा में बदलने लगता है, जिससे थकान होती है।
इससे ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है, जो मानसिक स्पष्टता के विपरीत होता है। इसलिए यह कहना गलत होगा कि उपवास मानसिक स्पष्टता लाता है।
#2
क्या उपवास आत्मा की शुद्धि करता है?
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से कई धर्मों में उपवास को आत्मा की शुद्धि का माध्यम माना गया है। हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिलता कि केवल भोजन न करने से आत्मा की शुद्धि होती हो।
आत्मा की शुद्धि एक आंतरिक प्रक्रिया होती है, जो ध्यान, प्रार्थना या सकारात्मक सोच के माध्यम से प्राप्त हो सकती है, न कि सिर्फ भूखे रहने से।
इसलिए यह धारणा पूरी तरह सही नहीं मानी जा सकती कि उपवास ही आत्मा को पवित्र बनाता है।
#3
क्या उपवास करना हर किसी के लिए फायदेमंद होता है?
उपवास करना सभी लोगों के लिए फायदेमंद नहीं होता है। मधुमेह रोगियों या गर्भवती महिलाओं के लिए यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा कर सकता हैं।
इनके अलावा जिन लोगों का ब्लड प्रेशर कम रहता हो उनके लिए भी लंबे समय तक भूखा रहना हानिकारक साबित हो सकता हैं।
इसलिए जरूरी है कि अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार डॉक्टर से सलाह लेकर ही कोई निर्णय लिया जाए, ताकि अनावश्यक जोखिम ना उठाना पड़े।
#4
उपवास के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप धार्मिक कारणों या व्यक्तिगत विश्वासों के चलते उपवास करना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो और हल्की एक्सरसाइज करें, ताकि शरीर सक्रिय रहे।
खाने का समय मिलने पर फल-सब्जियों जैसी पौष्टिक चीजें खाएं, ताकि पोषण की कमी न हो। जरूरत महसूस होने पर विशेषज्ञ से सलाह लें, ताकि किसी प्रकार की समस्या न हो।