शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए करें इसोमेट्रिक एक्सरसाइज, जानिए इसके 5 प्रकार
इसोमेट्रिक एक्सरसाइज एक प्रकार की एक्सरसाइज है, जिसमें मांसपेशियों को स्थिर स्थिति में रखते हुए तनाव उत्पन्न किया जाता है। यह एक्सरसाइज मांसपेशियों की सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करती है और इसे किसी भी उम्र के लोग कर सकते हैं।इसोमेट्रिक एक्सरसाइज को करने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए इसे घर पर भी आसानी से किया जा सकता है। इस लेख में हम इसोमेट्रिक एक्सरसाइज के अलग-अलग प्रकारों और उनके लाभों पर चर्चा करेंगे।
प्लैंक
प्लैंक एक बहुत ही असरदार इसोमेट्रिक एक्सरसाइज है, जो पूरे शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है। इसे करने के लिए आपको अपने पेट के बल लेटकर अपने शरीर को सीधा रखना होता है। इस दौरान अपने हाथों और पैरों को जमीन पर टिका कर रखना होता है। यह एक्सरसाइज न केवल पेट की मांसपेशियों को मजबूत करती है, बल्कि पीठ, कंधे और पैरों की मांसपेशियों को भी ताकत देती है।
वॉल सिट
वॉल सिट एक सरल लेकिन असरदार एक्सरसाइज है, जो जांघों और निचले शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करती है। इसे करने के लिए, आपको दीवार से पीठ लगाकर बैठने जैसी स्थिति में आना होता है, जबकि आपके घुटने 90 डिग्री पर मुड़े होते हैं। इस स्थिति को बनाए रखने के लिए अपने पेट और पीठ की मांसपेशियों को सक्रिय रखें। यह स्थिति जितनी देर तक बनाए रखेंगे, उतनी ही आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी और सहनशक्ति बढ़ेगी।
ग्लूट ब्रिज होल्ड
ग्लूट ब्रिज होल्ड एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो निचले शरीर और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करती है। इसके लिए आपको अपनी पीठ के बल लेटकर अपने घुटनों को मोड़ना होता है और फिर अपने कूल्हों को ऊपर उठाना होता है। इस स्थिति में कुछ समय तक बने रहें, ताकि आपकी मांसपेशियां सक्रिय रहें। इस एक्सरसाइज को नियमित रूप से करने से न केवल आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी, बल्कि आपके शरीर का संतुलन भी बेहतर होगा।
आर्म्स एक्सटेंशन
आर्म्स एक्सटेंशन एक असरदार इसोमेट्रिक एक्सरसाइज है, जो बाहों और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करती है। इसके लिए आपको सीधे खड़े होकर अपनी बाहें सामने फैलानी होती हैं और उन्हें कुछ समय तक उसी स्थिति में रखना होता है। इस दौरान, अपनी मांसपेशियों को सक्रिय रखें और सांस सामान्य रूप से लें। यह अभ्यास आपकी बाहों की सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करेगा और कंधों को स्थिरता प्रदान करेगा। इसे नियमित रूप से करने से आपकी मांसपेशियां मजबूत होंगी।
साइड प्लैंक
साइड प्लैंक एक अन्य अहम इसोमेट्रिक एक्सरसाइज है, जो बगल की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इसे करने के लिए, आपको अपने शरीर को बगल से उठाना होता है, जबकि आपका वजन केवल आपके हाथ या पैर पर टिका रहता है। यह अभ्यास आपके पेट, निचले शरीर और कंधों में मजबूती लाता है। इस प्रकार इसोमेट्रिक्स एक्सरसाइज नियमित रूप से अपनाकर आप अपनी मांसपेशियों में सहनशीलता ला सकते हैं।