जनवरी में लोग इतना बीमार क्यों हो रहे हैं और बचाव के लिए क्या करें?
क्या है खबर?
अगर आप दिल्ली और नोएडा, गुरूग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद जैसे NCR शहरों में रहते हैं तो पिछले दो हफ्तों में आपने अपने आसपास के कई लोगों को बीमार पड़ते जरूर देखा होगा।
इसके पीछे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से लेकर फ्लू जैसे कई कारण हो सकते हैं।
आइए जानते हैं कि जनवरी में लोग इतना बीमार क्यों हो रहे हैं और इसके बचाव के लिए क्या किया जा सकता है।
सर्वे
दिल्ली-NCR के 53 प्रतिशत परिवारों में कोई न कोई बीमार
लोकल सर्किल्स के सर्वे में दिल्ली-NCR में रहने वाले 24,000 से अधिक लोगों का डाटा इकट्ठा किया गया। इसमें 64 प्रतिशत पुरुष थे और 36 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं।
सर्वे के मुताबिक, यहां करीब 53 प्रतिशत परिवारों में कम से कम एक या उससे अधिक परिवार के सदस्य फ्लू या वायरल बुखार से पीड़ित हैं।
किसी को खांसी और बहती नाक की समस्या है तो कोई तेज बुखार और कंजेशन से पीड़ित है।
वायरल संक्रमण
15 प्रतिशत परिवारों में चार या उससे अधिक लोग बीमार
सर्वे में यह बताया गया है कि दिल्ली-NCR के 15 प्रतिशत परिवारों में चार या उससे अधिक लोग अस्वस्थ हैं।
इसके अलावा 23 प्रतिशत में दो से तीन लोग बीमार हैं और अन्य 15 प्रतिशत में कम से कम एक परिवार का सदस्य वायरल वगैरह के कारण अस्वस्थ है।
वायरल के लक्षण कई लोगों में एक हफ्ते से अधिक समय तक रहे, जबकि अन्य लोगों में ये लक्षण कुछ दिन के बाद ही चले गए।
लक्षण
कोरोना होने की बहुत कम संभावना, मौसमी फ्लू हो सकता है कारण
दो सालों तक कोरोना महामारी से जूझने के बाद कई लोग सर्दी-खांसी, बुखार और सांस संबंधी समस्याएं हो जाने से डर जाते हैं क्योंकि कोरोया वायरस के भी यही लक्षण हैं।
हालांकि, आपको इससे डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि दिल्ली-NCR में एक दिन में कोरोना के 12 से कम मामले आ रहे हैं यानी कोरोना की संभावना बहुत कम है।
अधिकांश नागरिक संक्रामक सर्दी और फ्लू से पीड़ित हैं। मौसम में सुधार होते ही वह भी ठीक हो जाएंगे।
रोकथाम
रोकथाम के लिए क्या करें?
सर्दी और फ्लू के लक्षणों को रोकने के लिए आपको संक्रमित करने वाले कीटाणुओं से सुरक्षित रहना होगा।
इसके लिए आप अपने आसपास स्वच्छता का ध्यान दें। बीमार लोगों के संपर्क में आने से और आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
इसके अलावा अक्सर छुए जाने वाली सतहों को साफ करने और कीटाणुरहित करने, भरपूर नींद लेने, शारीरिक रूप से सक्रिय रहने, पर्याप्त पानी पीने और पौष्टिक भोजन करने जैसी स्वस्थ आदतों का पालन भी करते रहें।
उपचार
बीमार होने पर उपचार कैसे करें?
वायरल बुखार से होने वाली परेशानियों से बचाव और जल्दी उपचार के लिए डॉक्टर डिकॉन्गेस्टेंट और बहती नाक से आराम और बार-बार छींक आने से रोकने के लिए एंटी-हिस्टामाइन टैबलेट का सुझाव दे सकते हैं।
आईबुप्रोफेन या एस्पिरिन जैसी दर्द निवारक दवाएं शरीर में दर्द, सूजन और बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।
इसके अलावा आपको गुनगुने नमक से पानी से गरारे करना, अधिक तरल पदार्थ पीना और अच्छे से आराम करना चाहिए।