
आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
क्या है खबर?
आंखें चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने से लेकर रंग-बिरंगी दुनिया को निहारने तक में मदद करती हैं, लेकिन खराब दिनचर्या, खानपान में पोषक तत्वों की कमी और दूषित वातावरण का इन पर बुरा असर पड़ता है।
इनके कारण आंखों की रोशनी प्रभावित होने लगता है, लेकिन आप चाहें तो योग मदद से अपनी आंखों को इनसे सुरक्षित रख सकते हैं।
आइए आज कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक हैं।
#1
शीर्षासन
शीर्षासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की अवस्था में बैठें, फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को इंटरलॉक करते हुए आगे की तरफ झुककर हाथों को जमीन पर रखें।
अब अपने सिर को झुकाकर जमीन से सटाएं, फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं और सीधे कर लें।
कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में बने रहे और सामान्य गति से सांस लेते रहें, फिर सांस छोड़ते हुए पैरों को नीचे करें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
#2
हलासन
हलासन का अभ्यास करने के लिए पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं, फिर अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें।
अब सांस लेते हुए पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए टांगों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर से पीछे की ओर ले जाएं। इस दौरान हाथों को जमीन पर सीधा ही रखें।
इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
#3
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन के लिए पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आपस में सटाकर और आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं, फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें।
कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें, फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।
#4
सुखासन
सुखासन के लिए पहले योगा मैट पर पैरों को सीधा करके बैठें। अब बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए दाएं पैर की जांघ के नीचे रखें।
इसके बाद दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर की जांघ के नीचे रखें, फिर दोनों हाथों को ध्यान मुद्रा में घुटनों पर रखें और अपनी दोनों आंखों को बंद करें। इस दौरान शरीर को आरामदायक स्थिति में रखें।
कुछ सेकंड इसी स्थिति में रहने के बाद धीरे-धीरे आंखें खोलकर आसन को छोड़ दें।