अस्थमा रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं ये एक्सरसाइज
अस्थमा सांस से जुड़ी एक बीमारी है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकती है। यह बीमारी तब होती है, जब शरीर के वायुमार्ग की अंदरूनी दीवारों में सूजन आ जाती है और ये सिकुड़ने लगती हैं, जिस वजह से व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। हालांकि, इस बीमारी के जोखिमों को कम करने में कुछ एक्सरसाइज काफी मदद कर सकती हैं। आइए आज उन्हीं के बारे में जानते हैं।
स्विमिंग
स्विमिंग एक बेहतरीन एरोबिक एक्सरसाइज है, जो अस्थमा के जोखिमों को कम करने में मदद कर सकती है। इसके लिए सप्ताह में लगभग तीन दिन रोजाना 30 मिनट के लिए स्विमिंग करें। कई विशेषज्ञों के अनुसार, स्विमिंग का वायुमार्ग और फेफड़ों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इसलिए यह अस्थमा के प्रभाव को कम करने में काफी मदद कर सकती है। इस वजह से अस्थमा रोगियों के लिए स्विमिंग को रूटीन में शामिल करना फायदेमंद है।
डायाफ्रामिक ब्रीथिंग
इस एक्सरसाइज के लिए किसी समतल और शांत जगह पर सीधे बैठ जाएं या फिर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपना एक हाथ सीने पर और दूसरा पेट पर रखें। इसके बाद नाक से सामान्य तरीके से ऐसे सांस लें कि पेट ज्यादा से ज्यादा अंदर की ओर सिकुड़े और फिर धीरे-धीरे नाक से सांस छोड़ें। इस एक्सरसाइज को एक से दो मिनट दोहराने के बाद सामान्य हो जाएं।
पैदल चलना
पैदल चलना (walking) भी अस्थमा रोगियों के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है क्योंकि रोजाना कुछ मिनट सुबह या फिर शाम के समय पार्क में पैदल चलने से फेफड़ों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं, इससे शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन भी आता है। अगर अस्थमा रोगी नियमित रूप से अपनी गति में वृद्धि करते हैं तो ही उन्हें अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि वे दौड़ना शुरू कर दें।
लिप ब्रीथिंग एक्सरसाइज
इस एक्सरसाइज को आप टीवी देखते-देखते या फिर कोई भी काम करते समय कर सकते हैं। लिप ब्रीथिंग करने के लिए नाक से सामान्य तरीके से सांस लें। इसके बाद होंठों से सांस को इस तरह धीरे-धीरे छोड़ें जैसे कि केक पर लगी मोमबत्तियों को बुझाने के लिए फूंक मारी जाती है। इस क्रम को आप पांच से छह बार या फिर अपनी सुविधानुसार दोहरा सकते हैं। इस एक्सरसाइज से सांस और हृदय की स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।