टाइगर सफारी का आनंद लेना चाहते हैं? इन 5 जगहों का करें रुख
टाइगर सफारी सबसे रोमांचक गतिविधियों में से एक है और जून से लेकर अक्टूबर तक का शुष्क मौसम इसके लिए आदर्श माना जाता है। इसका कारण है कि इस समय जल स्रोतों के पास बाघों को देखना आसान हो जाता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप टाइगर सफारी का आनंद ले सकते हैं और एक यादगार अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित ताडोबा भारत के बाघ अभ्यारण्यों में से एक ऑफबीट नेशनल पार्क है। ताजा रिपोर्टों के मुताबित, यहां अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 115 बाघ हैं, इसलिए टाइगर सफारी के लिए यह एक आदर्श जगह है। मानसून के दौरान इस जगह पर जाना सबसे अच्छा है क्योंकि यह मौसम हरी-भरी हरियाली, शांत झीले और समृद्ध जैव टाइगर सफारी के अनुभव को यादगार बना सकता है।
रणथंभौर नेशनल पार्क
बाघों की मौजूदगी के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क दुनियाभर में प्रसिद्ध है, इसलिए भारत में बाघों को देखने के लिए इसको सबसे अच्छा स्थल माना जाता है। राजस्थान में स्थित यह नेशनल पार्क लगभग 1,134 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसके अंदर 3 तलाब (पदम, राज और मलिक) बने हुए हैं, जिनके पास आप बाघों को खेलते या पानी पीते हुए देख सकते हैं। यहां जानिए राजस्थान के ऑफबीट पर्यटन स्थल।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी आपको कई बाघ करीब से देखने को मिल सकते हैं। लगभग 500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह नेशनल पार्क देश के सबसे पहले वाइल्ड लाइफ रिजर्व पार्क्स में से एक है, जिसकी स्थापना 1936 में हुई थी। बता दें कि प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत जिम कॉर्बेट से ही हुई थी क्योंकि यहां कई बाघ है, जिस कारण टाइगर सफारी के लिए यह जगह बेहतरीन है।
कान्हा नेशनल पार्क
कान्हा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश में है, जहां बड़ी संख्या में बाघ पाए जाते हैं। 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए इस नेशनल पार्क में बाघ के साथ-साथ दुर्लभ बारह सिंगा भी पाए जाते हैं, जो पूरी दुनिया में और कहीं नहीं पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त यहां पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियां भी पाई जाती हैं। यहां जानिए मध्य प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थल।
सुंदरबन नेशनल पार्क
पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन नेशनल पार्क दुनिया के सबसे बड़े मैंग्रोव जंगलों की मेजबानी के लिए जाना जाता है। यह नेशनल पार्क एक टाइगर रिजर्व और एक बायोस्फीयर रिजर्व भी है। इसके अतिरिक्त यह मैंग्रोव वन और बंगाल टाइगर्स की सबसे बड़ी आबादी से जुड़ा हुआ है। यहां आपको 200 से अधिक रॉयल बंगाल टाइगर और लगभग 10, 000 चित्तीदार हिरण देखने को मिल सकते हैं।