मानसून में बढ़ जाता है अर्थराइटिस का दर्द? आराम के लिए अपनाएं ये प्रभावी तरीके
अगर आपको अर्थराइटिस है तो मानसून के दौरान के आपके जोड़ों में दर्द बढ़ जाता होगा। इसका कारण है कि इस मौसम में उच्च आर्द्रता के कारण शरीर के ऊतकों में, खासौतर से जोड़ों के आसपास अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप कठोरता आ जाती है और वही दर्द का कारण बनती है। इसके अतिरिक्त गतिहीन जीवनशैली भी अर्थराइटिस के दर्द को बढ़ाती है। आइए इससे बचाव के लिए तरीके जानते हैं।
ठंडी या गर्म सिकाई
अगर आपके जोड़ों में लगातार दर्द बना हुआ है तो इससे राहत के लिए दिन में 2 बार प्रभावित हिस्से की गर्म या ठंडी सिकाई करें। अर्थराइटिस से ग्रस्त लोग सुबह के समय गर्म सिकाई कर सकते हैं, जबकि एक्सरसाइज के कुछ घंटे बाद सूजन को कम करने के लिए ठंडी सिकाई कर सकते हैं। वैसे ठंडी सिकाई पूरे दिन में कभी भी की जा सकती है। यहां जानिए ऑस्टियोआर्थराइटिस से ग्रस्त लोगों के लिए लाभदायक एक्सरसाइज।
घर के अंदर ही करें एक्सरसाइज
मानसून के दौरान सक्रिय रहने से जोड़ों की कठोरता को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना महत्वपूर्ण है। मानसून के दौरान जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रखने और कठोरता को कम करने के लिए कम प्रभाव वाली एक्सरसाइज जैसे तैराकी या घर के अंदर घूमना आदि गतिविधियों पर जोर देना चाहिए। यहां जानिए रूमेटाइड अर्थराइटिस के जोखिम कम करने के लिए 5 योगासनों का अभ्यास।
पानी के सेवन पर दें ध्यान
अर्थराइटिस रोगी मानसून के दौरान पानी के सेवन पर अतिरिक्त ध्यान दें क्योंकि यह अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में सहयोग प्रदान कर सकता है। रोजाना 8-10 गिलास पानी का सेवन करने का नियम बना लें क्योंकि इससे न सिर्फ शरीर हाइड्रेट रहेगा, बल्कि मांसपेशियों की ऐंठन और जोड़ों के दर्द से भी दूरी बनी रहती है। यहां जानिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के तरीके।
डाइट में शामिल करें पोषक तत्वों से भरपूर चीजें
अर्थराइटिस रोगी जोड़ों के दर्द से सुरक्षित रहने के लिए सही खान-पान का चयन करें। लाभ के लिए अपनी डाइट में विटामिन-B12, विटामिन-B6, कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड आदि पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें। इसके अतिरिक्त शराब और अधिक चीनी वाले खाद्य और पेय पदार्थों से दूरी बनाकर रखें क्योंकि ये चीजें जोड़ों का दर्द बढ़ा सकती हैं।
सही जूतों का चयन करने समेत इन बातों का रखें ध्यान
जोड़ों को नमी के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए सही जूतों का चयन करें और लंबे समय तक नम जगहों पर रहने से भी बचें। इसके अतिरिक्त नहाने के लिए हल्का गर्म पानी लें और इसमें थोड़ा सेंधा नमक मिलाएं। ऐसे पानी से नहाने से मांसपेशियों और जोड़ों को आराम मिल सकता है। यह स्लिप साइकिल को सुधारने में भी सहायक है, जो मांसपेशियों के दर्द को ठीक कर सकता है और ऐंठन से भी राहत दिला सकता है।