उदयपुर के 5 पर्यटन स्थल, मौका मिलते ही जरूर करें इनका रुख
राजस्थान में स्थित उदयपुर कई झीलों से सुशोभित शहर हैं। इसी वजह से उदयपुर को 'पूर्व का वेनिस' और 'झीलों की नगरी' भी कहा जाता है। यहां की मंत्रमुग्ध करने वाली झीलें काफी समय से पर्यटकों को लुभाती रही हैं। यहां की झीलें आपको हरे-भरे खेत, संकरे रास्तों और सुंदर गांवों के मनमोहक दृश्यों में दिखाती हैं। आइए आज हम आपको उदयपुर के 5 पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप छुट्टियों का लुत्फ उठा सकते हैं।
सिटी पैलेस
सिटी पैलेस का निर्माण साल 1559 में महाराणा उदय मिर्जा सिंह ने करवाया था। यह पैलेस पिछोला झील के किनारे स्थित है और इसकी वास्तुकला में यूरोपीय, मध्यकालीन और चीनी शैलियों का मिश्रण है। सिटी पैलेस में 11 शानदार महल हैं और इन सभी का निर्माण विभिन्न अवधियों और विभिन्न शासकों द्वारा कराया गया था। आंगनों, छतों, मंडपों, हैंगिंग गार्डन और अन्य रोचक चीजों के साथ महल का आकार विस्मयकारी है।
पिछोला झील
पिछोला झील एक मानव निर्मित झील है, जो 1362 ईस्वी में बनाई गई थी। यह सुरम्य झील विशाल पहाड़ियों, शानदार महलों, मंदिरों और स्नान घाटों से घिरी हुई है। यहां आकर आप सूर्यास्त के खूबसूरत दृश्य का आनंद ले सकते हैं। बोट क्रूज शहर का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है और यहां परिवार या दोस्तों के साथ आकर सुकून के कुछ क्षण बिताए जा सकते हैं। पिछोला झील के अलावा, भारत की इन 5 झीलों का भी रुख करें।
विंटेज कार संग्रहालय
उदयपुर यात्रा के दौरान आपको रॉयल विंटेज कार संग्रहालय का भी जरुर रुख करना चाहिए। इसका उद्घाटन फरवरी, 2000 में किया गया था और तब से यह एक बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। संग्रहालय में 1934 की रोल्स-रॉयस फैंटम जैसी कई प्रसिद्ध विंटेज कारें मौजूद हैं। रोल्स-रॉयस फैंटम का इस्तेमाल बॉन्ड फिल्म ऑक्टोपसी में किया गया था। यहां कई दुर्लभ रोल्स रॉयस मॉडल भी हैं। यहां का शांतिपूर्ण वातावरण भी आपको बहुत ही अच्छा लगेगा।
बागोर की हवेली
बागोर की हवेली पिछोला झील के पास स्थित है। 18वीं सदी की इस हवेली का निर्माण मेवाड़ के शाही दरबार के मुख्यमंत्री अमीर चंद बडवा ने करवाया था। हवेली साल 1878 में बागोर के महाराणा शक्ति सिंह का निवास स्थान बन गई और इसलिए इसका नाम बागोर की हवेली पड़ा। इस भवन के शाही स्पर्श को बनाए रखते हुए संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया था। यह संग्रहालय मेवाड़ की संस्कृति को प्रस्तुत करता है।
शिल्पग्राम
लगभग 70 एकड़ भूमि तक फैला शिल्पग्राम राजस्थान की पारंपरिक कला और शिल्प को बढ़ावा देने के लिए स्थापित परिसर है। यह कई ग्रामीण शिल्पकारों को रोजगार प्रदान करता है और कई सांस्कृतिक उत्सवों का भी केंद्र है। यहां का अन्य आकर्षण ओपन एयर एम्फीथिएटर है, जो कई कला उत्सवों के लिए मंच प्रदान करता है। यहां आकर आप कला या नृत्य शो में हिस्सा लेने के साथ मनपसंद खरीदारी भी कर सकते हैं।