राजस्थान: शिक्षक भर्ती को लेकर डूंगरपुर में हिंसक प्रदर्शन; ट्रक फूंके, करोड़ों की संपत्ति का नुकसान
क्या है खबर?
शिक्षक भर्ती में अनारक्षित पदों को आरक्षित करने की मांग को लेकर राजस्थान के डूंगरपुर जिले में तीन दिनों से हिंसक प्रदर्शन जारी है।
यहां से गुजरने वाले उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे के 10 किलोमीटर इलाके में तनाव फैला हुआ है।
उपद्रवी तत्व हाईवे और इसके दोनों तरफ स्थित पहाड़ियों पर डटे हैं और जमकर उत्पात मचा रहे हैं।
शनिवार को भी उपद्रव जारी रहा और उन्होंने होटलों और दुकानों में तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
प्रदर्शन
7 सितंबर से चल रहा है प्रदर्शन
यह प्रदर्शन 7 सितंबर से जारी है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाया कि हाईवे पर पड़ाव न डालें, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी।
इसे देखते हुए पुलिस ने भीड़ इकट्ठा होने के नियम तोड़ने और दूसरी गैर-जमानती धाराओं में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर लिये।
इसे लेकर प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए और तोड़फोड़, आगजनी और मारपीट शुरू कर दी। पुलिस अब तक हिंसा के मामले में 700 लोगों को नामजद कर चुकी है।
कारण
क्या है प्रदर्शन की वजह?
प्रदशर्नकारी शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1,167 पदों को ST वर्ग से भरने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिसे रद्द कर दिया गया है।
इसके बाद से कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर 19 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार को यह उस समय हिंसक हो गया, जब प्रदर्शनकारी उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर आकर डट गए और लगभग 10 किलोमीटर लंबा इलाका अपने कब्जे में ले लिया।
हिंसक प्रदर्शन
करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान कर चुके हैं प्रदर्शनकारी
यह प्रदर्शन आदिवासी इलाके में हो रहा है और स्थानीय लोग भी प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर को प्रदर्शनकारियों ने हाईवे से गुजर रहे ट्रकों में आग लगाकर सामान लूट लिया।
भास्कर के अनुसार, उपद्रवी अभी तक करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा चुके हैं। डूंगरपुर के अलावा आसपास के जिलों की सशस्त्र पुलिस भी मौके पर जमा है, लेकिन अभी तक हालात पर काबू नहीं पाया जा सका है।
जमीनी हालात
स्पेशल ड्यूटी पर भेजे गए जयपुर ग्रामीण SP
जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात को पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को 2-3 किलोमीटर दूर खदेड़ दिया था, लेकिन अगली सुबह आदिवासियों के साथ प्रदर्शनकारी फिर सड़क पर डट गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
पथराव के अलावा प्रदर्शनकारी लाठी और डंडों से भी पुलिस पर हमला कर रहे हैं।
फिलहाल पुलिसबल और आंदोलनकारियों के बीच 2 किलोमीटर की दूरी बनी हुई है। सरकार ने जयपुर ग्रामीण SP शंकर दत्त शर्मा को स्पेशल ड्यूटी पर प्रदर्शन स्थल पर भेजा है।
मामला
24 सितंबर को बुलाई गई बैठक हो गई थी रद्द
पुलिस के खदेड़ने पर प्रदर्शनकारी आसपास की पहाड़ियों पर छिप जाते हैं और फिर पथराव शुरू कर देते हैं।
भौगोलिक स्थिति का सही अनुमान न होने के कारण भी पुलिस के जवान इनका मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों का कोई नेतृत्वकर्ता नहीं है इसलिए उनसे बातचीत करने में समस्या आ रही है।
इस मुद्दे को लेकर 24 सितंबर को सरकार ने बैठक बुलाई थी, उसे भी रद्द कर दिया गया है।
जानकारी
प्रतिनिधिमंडल के जयपुर रवाना होने की खबरें
इसी बीच ऐसी भी खबरें हैं कि आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सरकार से मुलाकात के लिए के लिए जयपुर रवाना हो गया है। बताया जा रहा है कि यह प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलेगा।