रात के समय चमकते हैं दुनिया के ये 5 समुद्र तट, नजारा कर देगा मंत्रमुग्ध
धरती पर कुछ जगहों पर रात होते ही जादू-सा हो जाता है, जैसा आपने फिल्म 'लाइफ ऑफ पाई' में देखा होगा। दुनिया में ऐसे बीच (समुद्र तट) मौजूद हैं, जहां आप चमकदार लहरें देख सकते हैं। घटना को बायोल्यूमिनेसेंस कहा जाता है और यह पानी में रहने वाले प्रकाश उत्सर्जक सूक्ष्मजीवों के कारण होती है। यदि आपने इसे नहीं देखा है तो आइए आपको दुनिया के 5 ऐसे बीच के बारे में बताते हैं, जो रात के समय चमकते हैं।
टोयामा बे, जापान
जापान का टोयामा बे नामक बीच रात के समय काफी चमकता है। जुगनू स्क्वीड (पानी में रहने वाले जीव) नामक एक प्रजाति टोयामा बे पर प्रकाश का उत्सर्जन करती है। यह दुनिया के सबसे भव्य बायोल्यूमिनसेंट में से एक है। जुगनू स्क्वीड केवल 3 इंच लंबे होते हैं और 1,200 फीट की गहराई में रहते हैं। इसके अलावा जुगनू स्क्वीड को जापान में व्यंजन के रूप में भी परोसा जाता है।
मट्टू बीच, कर्नाटक
कर्नाटक का मट्टू बीच भी रात के समय चमकता है। यह एक शांत वातावरण वाला स्थान है, जो रात में नोक्टिलुका नामक सूक्ष्मजीव द्वारा पैदा बायोल्यूमिनेसेंस के कारण चमकता है। नोक्टिलुका को आमतौर पर समुद्री चमक के रूप में जाना जाता है। इनकी समुद्री निवास प्रजातियां नीले रंग की रोशनी छोड़ती हैं। अगर आप कभी भी कर्नाटक जाते हैं तो मट्टू बीच का रुख जरूर करें।
टोरे पाइंस बीच, अमेरिका
अमेरिका में कैलिफोर्निया के शहर सैन डिएगो में टोरे पाइंस बीच है और यहां रात के समय बायोल्यूमिनेसेंस का नजारा देखने को मिलता है। यहां की लहरें तट पर टकराने के बाद चमकदार नीली चमक छोड़ती हैं और यह रात होने के बाद ही दिखाई देती हैं। यह शानदार नजारा देखने के लिए रात के समय यहां का एक अंधेरे वाला स्थान चुनें।
जर्विस बे, ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया का जर्विस बे अपनी विभिन्न विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां देखने लायक बहुत-सी चीजें हैं, जिनमें सफेद रेत, साफ पानी और व्हेल देखना आकर्षण का केंद्र मानी जाती हैं। इसके अलावा रात के समय यहां चमकने वाली लहरें भी दिखती हैं और पानी में मौजूद सूक्ष्मजीव नीली रोशनी छोड़ते हैं। अगर आप इस नजारे का आनंद लेना चाहते हैं तो ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने की योजना जरूर बनाएं।
येलो सी डालियान, चीन
चीन के डालियान का बीच झिलमिलाती नीली रोशनी से जगमगाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह रोशनी एक प्रकार के प्लवक से आती है, जिसे फ्लैगेलेट कहा जाता है। कुछ पर्यावरणीय परिवर्तन होने पर यह प्रकाश उत्सर्जित होता है। जब बीच की लहरें तेज होती हैं तो चमक अधिक हो जाती है। इस बीच को देखने के लिए चीन की लियाओनिंग नामक जगह पर जाएं।