29 साल तक एक वीरान द्वीप पर बिना कपड़ों के अकेला रहा यह शख्स
व्यस्त जीवनशैली से तंग आकार कई लोग छुट्टियों में किसी ऐसी जगह जाने का प्लान बनाते हैं, जहां वह कुछ सूकुन भरे पल व्यतीत कर सकें, लेकिन जापान के एक व्यक्ति ने सूकुन भरी जिंदगी जीने के लिए ऐसा तरीका खोजा, जिसने लोगों को हैरान कर दिया। दरअसल, यह जापानी शख्स पिछले 29 साल से एक वीरान द्वीप पर अकेला रहा। हालांकि, कुछ साल पहले ही उन्हें बढ़ती उम्र की परेशानियों के कारण वापस शहर लौटना पड़ा।
29 साल तक बिना कपड़ों से द्वीप पर अकेला रहा शख्स
87 साल के जापान के रहने वाले मासाफुमी नागासाकी 29 साल तक सोतोबनारी नामक द्वीप पर बिना कपड़ों के अकेले रहे, इसलिए कई लोग उन्हें 'नग्न साधु' कहकर भी बुलाते हैं। कई लोगों का कहना है कि वह पहले एक फोटोग्राफर थे, जो द्वीप की खूबसूरती से प्रभावित हुए और वहीं अपनी पूरी जिंदगी गुजारने का फैसला किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, नागासाकी अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर इस द्वीप पर रहे।
न फोन, न लाइट; फिर भी गुजार दिए 29 साल
कुछ साल पहले नागासाकी पर एक डॉक्यूमेंट्री बनी थी, जिसमें दिखाया गया था कि इस आइलैंड पर न तो फोन है, न ही बिजली और साफ पानी। बस है तो तेज हवा, पानी का शोर और खतरनाक जीव-जंतु। इन सबके बीच 29 साल बिना कपड़ों के गुजारना किसी चमत्कार से कम नहीं। नागासाकी के अनुसार, दुनिया में इससे बेहतर जगह कोई नहीं हो सकती। यहां शांति और खूबसूरती का सामंजस्य है। उन्होंने कहा था कि वह यहीं मरना चाहते हैं।
बढ़ती उम्र की परेशानियों के चलते नागासाकी द्वीप से हुए अलग
2018 में एक मछुआरे ने नागासाकी को समुद्र तट पर बेहोश पड़ा देखा। वह उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए द्वीप से बाहर ले गए। डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्हें इलाज की जरूरत है। इसके बाद से नागासाकी द्वीप पर नहीं रहते। वह इशिगाकी शहर में अकेले रहते हैं। कोरोना के दौरान भी वह बंद कमरे में अकेले रहे। हालांकि, हाल ही में उन्हें वापिस द्वीप पर जाने की इच्छा हुई।
चार साल बाद वापिस द्वीप पहुंचे नागासाकी
जापान के इशिगाकी शहर में चार साल रहने के बाद नागासाकी 16 जून को अपने पूर्व घर यानी सोतोबनारी पहुंचे तो वह उसे देखकर रो पड़े। नागासाकी ने कहा कि वह अपने द्वीप को फिर से देखकर बहुत खुश हैं। वह इस द्वीप पर अंतिम सांस लेना चाहते हैं। ऐसे में स्पैनिश खोजकर्ता अल्वारो सेरेजो ने आश्वासन दिया है कि अगर वह अपने अंतिम दिनों में फिर से वहां जाना चाहते हैं तो उन्हें सैर पर जरूर ले जाएंगे।