उत्तर प्रदेश: पिस्तौल लेकर टिक-टॉक वीडियो बना रहा था युवक, अचानक गोली चलने से हुई मौत
टिक-टॉक वीडियो बनाने का जुनून युवाओं में इस कदर सिर चढ़कर बोल रहा है कि वह कोई भी खतरा उठाने को तैयार हैं। वीडियो बनाते समय उन्हें अपनी जिंदगी की भी चिंता नहीं होती। ताजा मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के बेरली के हाफिजगंज से, जहां लाइसेंसी पिस्तौल के साथ वीडियो बना रहे एक 18 वर्षीय युवक की अचानक गोली चलने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में मातम छाया हुआ है।
मां से जबरदस्ती मांगी थी पिस्तौल
मृतक मुड़िया भीकमपुर निवासी केशव कुमार है। उसके पिता विरेन्द्र कुमार रुड़की में सेना में तैनात हैं और मां गायत्री देवी गृहणी हैं। गायत्री देवी के नाम एक लाइसेंसी पिस्तौल है। केशव सोमवार शाम 5 बजे स्कूल से आया और वीडियो बनाने के लिए मां से पिस्तौल देने की जिद करने लगा। पिस्तौल मिलने के कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज आई। मां कमरे में पहुंची तो वह खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था।
कनपटी पर पिस्तौल लगाकर बना रहा था वीडियो
गायत्री देवी ने बताया कि उसके पुत्र की कनपटी में गोली लगी है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह टिक-टॉक पर कुछ अलग वीडियो बनाना चाह रहा था और शायद उसने कनपटी पर पिस्तौल लगाकर वीडियो बनाने की कोशिश की होगी। उसी दौरान अचानक पिस्तौल का टि्रगर दब गया और गोली उसकी कनपटी के आर-पार हो गई। उसे एक निजी अस्पताल ले गए थे, लेकिन चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता था केशव
मृतक युवक की मां ने बताया कि केशव सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा सक्रिय था। वह आए दिन टिक-टॉक पर नए वीडियो बनाकर डालता था। इसके अलावा वह उन वीडियो को अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी नियमित रूप से शेयर करता था। उसे अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदलने का भी शौक था। उन्होंने अपने बेटे के शौक को पूरा करने के लिए पिस्तौल दी थी, उन्हें नहीं पता था कि वह पिस्तौल उसकी जिंदगी ही छीन लेगी।
पुलिस कार्रवाई नहीं चाहता परिवार
गोली लगने से युवक की मौत की सूचना पर पुुलिस भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन लाइसेंसी पिस्तौल होने और घटना के दुर्घटना के रूप में घटने के कारण परिवार किसी भी प्रकार की पुलिस कार्रवाई नहीं चाहता है। परिजनों ने युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने से भी इंकार कर दिया और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। जल्द ही मामला दर्ज किया जाएगा।
दुनिया में टिक-टॉक के हैं एक अरब से अधिक यूजर्स
टिक-टॉक एक सोशल मीडिया ऐप्लिकेशन है जिसके जरिए स्मार्टफोन यूज़र 15 सेकेंड तक के वीडियो बनाकर शेयर कर सकते हैं। इसमें यूजर्स को महज अभिनय करना होता है। वर्तमान में टिक-टॉक का क्रेज पूरी दुनिया में छाया हुआ है। यही कारण है कि वर्तमान में दुनियाभर में इसके एक अरब से भी अधिक यूजर्स हैं। अकेले भारत में इसके यूजर्स की संख्या 20 करोड़ से अधिक है। जो दुनियाभर में सबसे अधिक है।
भारत में टिक-टॉक पर लग चुका है बैन
टिक-टॉक के इतने यूजर्स होने के बाद भी अप्रैल 2019 में भारत में इस पर बैन लगा दिया गया था। मद्रास हाई कोर्ट ने यह कहते हुए इस पर बैन लगाया था कि यह ऐप पॉर्नोग्राफी को बढ़ावा देता है और बच्चों को यौन हिंसक बना रहा है। बाद में कंपनी ने इस ऐप में कई बदलाव किए और उसके बाद 24 अप्रैल को मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बैंच ने ऐप से बैन हटा दिया था।