टिक-टॉक के बाद मुश्किलों में PUBG, पुलिस ने गूगल को डाउनलोडिंग पर बैन लगाने को कहा
वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक पर बैन लगने के बाद अब लोकप्रिय गेम PUBG (प्लेयर्स अननोन बैटलग्राउंड) भी मुश्किलों में घिरता दिख रहा है। गुजरात की राजकोट पुलिस ने गूगल को पत्र लिखकर इस क्षेत्र में PUBG की डाउनलोडिंग पर रोक लगाने की बात कही है। अगर गूगल इस बात पर अमल करती है तो राजकोट इलाके में कोई भी गूगल प्ले स्टोर से PUBG डाउनलोड नहीं कर पाएगा। बता दें, राजकोट में पहले से PUBG खेलने पर बैन लगा है।
पुलिस ने लिखा गूगल को पत्र
फर्स्टपोस्ट से बात करते हुए राजकोट के पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने कहा, "हमने इसे बैन कर दिया है। अगर संभव है तो इस एरिया की IP अड्रेस के जरिए राजकोट में इस गेम की डाउनलोडिंग पर भी रोक लगा दिया जाए।"
राजकोट में PUBG खेलने पर हुई थी गिरफ्तारी
राजकोट में 6 मार्च से PUBG पर रोक लगी हुई है। स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया था, 'देखने में आया है कि PUBG गेम, MOMO चैलेंज युवाओं में हिंसक प्रवृति को बढ़ावा दे रहे हैं। इन गेम का बच्चों और बड़ों की पढ़ाई, भाषा और व्यवहार पर असर पड़ रहा है। सार्वजनिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को देखते हुए PUBG और MOMO चैलेंज पर रोक लगाई जाती है।'
लगातार उठती रही है PUBG पर बैन की मांग
चीन और नेपाल ने पहले ही इस गेम पर बैन लगा दिया है। अब ईराक में भी इस पर बैन लगने वाला है। भारत में PUBG बैन करने की मांग लगातार उठती रहती है। जम्मू-कश्मीर के छात्रों के एक संगठन ने भी इसे खराब परीक्षा परिणाम का जिम्मेदार मानते हुए प्रतिबंध लगाने की मांग की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) भी देशभर में गेम पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दे चुका है।
क्या है PUBG?
प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड (PUBG) एक कॉम्बैट गेम है, जिसमें 100 प्लेयर्स एयरप्लेन से एक आइलैंड पर उतरते हैं। वहां पहुंचने पर उन्हें मौजूद घरों और दूसरे स्थानों पर जाकर हथियार, दवाइयां और कॉम्बैट के लिए जरूरी चीजें इकट्ठी करनी होती हैं। प्लेयर्स को मोटरसाइकिल, कार और किश्ती मिलती है ताकि वह हर जगह जा सकें और अपने विरोधियों को गेम में मारकर आगे बढ़ सकें। 100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला प्लेयर गेम का विजेता बनता है।
हाल ही में लगा है टिक-टॉक पर बैन
चीनी कंपनी बाइटडांस के मालिकाना हक वाली टिक-टॉक पर मद्रास हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस पर बैन लगाने का आदेश दिया था। सरकार ने बुधवार को ऐपल और गूगल को क्रमशः ऐप स्टोर और प्ले स्टोर से इस ऐप को हटाने को कहा था, जिसके बाद दोनों कंपनियों ने अपने स्टोर से इस ऐप को हटा दिया है। जानकारी के लिए बता दें, भारत में 1.2 करोड़ टिक-टॉक यूजर्स हैं।