
योगी आदित्यनाथ ने संगम के गंदे पानी वाली रिपोर्ट को खारिज किया, बोले- पानी पीने लायक
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में संगम के पानी के दूषित होने की रिपोर्ट को खारिज किया है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान पानी की गुणवत्ता डुबकी लगाने और पीने के लिए उपयुक्त है।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की उस रिपोर्ट पर विवाद के बीच आई है, जिसमें प्रयागराज में गंगा में 'फेकल कोलीफॉर्म' बैक्टीरिया के खतरनाक स्तर पाए गए हैं।
बयान
क्या बोले मुख्यमंत्री?
मुख्यमंत्री ने कहा, "2013 में अव्यवस्था देखकर मॉरीशस ने स्नान करने से मना कर दिया था। गंगा जी हो या यमुना जी हो जितने भी नाले हैं शुद्धि के बाद ही उसे छोड़ा जा रहा। इन दोनों के मानक निर्धारित है। जल में स्नान करने की जो मात्रा होनी चाहिए। CPCB की जो रिपोर्ट है उसके आधार पर संगम पर स्नान करना चाहिए। यह पुरानी रिपोर्ट है, उसके आधार पर इसे चलाया गया है।"
कुंभ
कुंभ को लेकर क्या बोले मुख्यमंत्री?
मुख्यमंत्री ने कहा, "साल 2013 में महाकुंभ का आयोजन 55 दिनों का था, जबकि इस बार 45 दिनों का होगा। हमने 10 हजार एकड़ से ज्यादा इसके क्षेत्र को बढ़ाया। पार्किंग के लिए 1,850 हेक्टेयर क्षेत्र की सुविधा जनता को दी गई। साल 2013 में कोई पक्का घाट नहीं बना था, जबकि इस बार 60 घाट और 14 नए फ्लाई ओवर बनाए गए। बसें भी संगम तक पहुंचने लगी हैं।"
श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने भगदड़ में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने कुंभ में मची भगदड़ में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा, "29 जनवरी के भगदड़ के शिकार श्रद्धालुओं और प्रयागराज कुंभ के दौरान सोनभद्र, अलीगढ़ या अन्य जगहों पर महास्नान में आने और वापस जाने के दौरान जो श्रद्धालु सड़क दुर्घटना के शिकार हुए हैं। हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। हमारी संवेदना परिवारजनों के प्रति है। सरकार उनके साथ खड़ी है और हरसंभव मदद करेगी। प्रश्न यह है कि इस पर राजनीति करना कितना उचित है।"
पानी
क्या है पानी की गुणवत्ता को लेकर विवाद?
दरअसल, CPCB ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि त्रिवेणी संगम का पानी सीवेज से भी ज्यादा दूषित और खतरनाक है।
CPCB की रिपोर्ट के मुताबिक, अपशिष्ट जल संदूषण के सूचक 'फेकल कोलीफॉर्म' नाम का बैक्टीरिया स्वीकार्य सीमा एक मिलीलीटर पानी में 100 है, लेकिन यह 2,500 पाया गया है।
फेकल कोलीफॉर्म एक तरह का बैक्टीरिया है, जो मानव और पशु मल से निकलने वाले रोगाणु हैं।