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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज और सेक्टर 22 झूसी में मची भगदड़- रिपोर्ट
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर एक नहीं बल्कि 2 जगह मची थी भगदड़ (तस्वीर: एक्स/@hemendra_tri)

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज और सेक्टर 22 झूसी में मची भगदड़- रिपोर्ट

लेखन गजेंद्र
Jan 30, 2025
05:56 pm

क्या है खबर?

प्रयागराज के महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के दिन एक नहीं बल्कि 2 जगह भगदड़ मची थी, जबकि हर जगह सिर्फ संगम नोज की भगदड़ का जिक्र हुआ था। यह दावा इंडिया टुडे के लल्लनटॉप ने किया है। वेबसाइट के मुताबिक, संगम नोज पर रात में 2 बजे मची भगदड़ के ठीक कुछ घंटे बाद घटनास्थल से 2 किलोमीटर दूर सेक्टर 22 झूसी में भगदड़ मची थी। दोनों भगदड़ में मिलाकर मृतकों की कुल संख्या 30 हुई है।

भगदड़

महाकुंभ में दहशत न फैले, इसलिए छिपाई गई घटना

रिपोर्ट के मुताबिक, झूसी में तड़के 5:55 बजे भगदड़ मची थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यहां हताहतों की संख्या संगम नोज से अधिक थी। रिपोर्ट में बताया गया कि इस भगदड़ का जिक्र, इसलिए नहीं किया गया ताकि महाकुंभ में दहशत न फैले, क्योंकि करोड़ों श्रद्धालु अभी भी कुंभ मेला मैदान में हैं और डुबकी लगाना चाहते हैं। वेबसाइट ने झूसी भगदड़ स्थल की वीडियो फुटेज भी दिखाई, जिसमें कपड़ों, जूतों, सामानों के ढेर को ट्रैक्टर हटाते दिख रहा है।

पुष्टि

भगदड़ स्थल के पास दुकानदारों ने पुष्टि की

रिपोर्ट के मुताबिक, झूसी के भगदड़ स्थल के पास हल्दीराम कियोस्क की नेहा ने बताया कि उनके सामने लाशें पड़ी थी, लेकिन उनको उठाया नहीं गया। उन्होंने बताया कि भगदड़ के 4 घंटे बाद महिला पुलिस पहुंची और कई घंटे बाद शवों को हटाने का काम शुरू किया गया। भगदड़ के समय लोग एकदूसरे के ऊपर चढ़कर कुचल गए और कोई बचाने वाला नहीं था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस तरह एंबुलेंस पहुंचने की भी कोई संभावना नहीं थी।

ट्विटर पोस्ट

सोशल मीडिया पर साझा की जा रही वेबसाइट की रिपोर्ट

भगदड़

संगम नोज पर मची थी भगदड़, प्रशासन ने 12 घंटे बाद की मौतों की पुष्टि

मौनी अमावस्या पर करीब 5 से 8 करोड़ श्रद्धालु स्नान करने के लिए महाकुंभ पहुंचे थे। बुधवार तड़के 2 बजे संगम नोज पहुंचने के चक्कर में भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 90 से अधिक घायल हो गए। इसकी पुष्टि प्रशासन ने घटना के 12 घंटे बाद की। भगदड़ में सैकड़ों लोग अपने परिजनों से बिछड़ गए। हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त फैसले लिए हैं।