महाकुंभ में भगदड़ के बाद VVIP पास रद्द, मेला क्षेत्र में नहीं जाएगा कोई वाहन
क्या है खबर?
प्रयागराज के महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और मेला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।
प्रशासन ने VVIP पास सेवा रद्द कर दी है और पूरे मेला क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया है।
प्रतिबंध अभी 4 फरवरी तक लागू रहेंगे। इसके बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
बता दें, अभी 3 शाही स्नान बाकी हैं, जिसमें 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर काफी भीड़ जुटने की संभावना है।
प्रतिबंध
प्रशासन ने क्या लगाए प्रतिबंध?
मेला क्षेत्र पूरी तरह से 'नो व्हीकल जोन' घोषित किया गया है, यानी अब किसी भी प्रकार के वाहन मेला क्षेत्र में नहीं दिखेंगे।
प्रयागराज के पड़ोसी जिलों से आने वाले वाहनों को सीमा पर ही रोका जा रहा है। भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, जौनपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, मिर्जापुर और वाराणसी से आने वाले वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं, जिससे विशेष पास वाले वाहन लेकर नहीं जाएंगे। एकल मार्ग व्यवस्था लागू की गई है।
हादसा
महाकुंभ के भगदड़ में हुई 30 की मौत
मौनी अमावस्या पर करीब 5 से 8 करोड़ श्रद्धालु स्नान करने के लिए महाकुंभ पहुंचे थे। बुधवार तड़के 2 बजे संगम नोज पहुंचने के चक्कर में भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े।
हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 90 से अधिक घायल हो गए। इसकी पुष्टि प्रशासन ने घटना के 12 घंटे बाद की। भगदड़ में सैकड़ों लोग अपने परिजनों से बिछड़ गए।
भगदड़ संगम नोज जाने के लिए बैरियर तोड़ने से मची थी।
दौरा
मुख्ममंत्री योगी आदित्यनाथ आज करेंगे दौरा, मुआवजा घोषित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के कारणों की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है।
इस आयोग में न्यायमूर्ति हर्ष कुमार, पूर्व महानिदेशक वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त IAS अधिकारी वीके सिंह शामिल हैं।
न्यायिक जांच के अलावा मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को प्रयागराज में महाकुंभ का दौरा कर सकते हैं। उन्होंने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है।
जानकारी
भीड़ प्रबंधन के लिए 2 प्रमुख नौकरशाह उतारे गए
भीड़ प्रबंधन प्रयासों को और मजबूत करने के लिए IAS अधिकारी आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तुरंत प्रयागराज भेजा गया है। उन्होंने विजय किरण के साथ अर्धकुंभ-2019 का प्रबंधन सफलतापूर्वक किया था। उस दौरान गोस्वामी कुंभ मेला प्राधिकरण और गोयल प्रबंधन देख रहे थे।