कोरोना वायरस: भारत में लॉन्च हुई 'दुनिया की सबसे सस्ती' जांच किट, कीमत मात्र 650 रुपये
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होती जा रही है। इसकी जांच की कीमत अधिक होने के कारण हर इंसान जांच नहीं करा पा रहा है, लेकिन अब एक राहत की खबर आ गई है। IIT दिल्ली द्वारा दुनिया की सबसे सस्ती कोरोना जांच किट तैयार की गई है और बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य मंत्री (HRD) संजय धोत्रे इसे लॉन्च भी कर दिया है।
पोखरियाल ने की IIT दिल्ली के विशेषज्ञों की सराहना
दुनिया की सबसे सस्ती RT-PCR आधिरित जांच किट को लॉन्च करने के बाद केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने इसे ऐतिहासिक अवसर करार दिया और इस किट को तैयार वाले ने IIT दिल्ली के विशेषज्ञों की जमकर सराहना की। इस किट में कोरोना की जांच के लिए गए नमूनों की वैकल्पिक परीक्षण विधि से जांच की जाती है। इस जांच किट को न्यूटेक मेडिकल कंपनी द्वारा 'कोरोश्योर' के नाम से बाजार में उतारा गया है।
650 रुपये निर्धारित की गई है कीमत
जांच किट की लॉन्चिग के दौरान कोरोश्योर के प्रबंध निदेशक जतिन गोयल ने बताया कि इस जांच किट की कीमत करीब 650 रुपये रखी है। निश्चित रूप से यह दुनिया की सबसे सस्ती कोरोना वायरस जांच किट है। IIT दिल्ली के निदेशक रामगोपाल राव ने कहा कि उनके संस्थान की तकनीक का उपयोग करने वाली न्यूटेक मेडिकल की इस जांच किट के जरिए प्रति माह 20 लाख लोगों की जांच की जा सकती है। इससे लोगों को लाभ मिलेगा।
सस्ती जांच किट लॉन्च करने वाला पहला संस्थान बना IIT दिल्ली
कोरोश्योर टेस्ट किट को तैयार करने के बाद IIT दिल्ली कोरोना परीक्षण पद्धति विकसित करने वाला पहला शैक्षणिक संस्थान बन गया। कोरोश्योर के जरिए भारत में सबसे कम कीमत में कोरोन की जांच की जा सकेगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की देखरेख में इस टेस्टिंग किट को लॉन्च किया गया है। ऐसी उम्मीद है कि इस टेस्टिंग किट से देश में जांच की रफ्तार बढ़ जाएगी।
सरकार ने निर्धारित कर रखी है कोरोना जांच की कीमत
देश के सरकारी अस्पतालों और लैब्स में कोरोना की मुफ्त जांच की जाती है, जबकि निजी अस्पताल और लैब्स में अब जांच की कीमतों को निर्धारित कर दिया गया है। पूर्व में निजी अस्पताल और लैब्स में जांच के लिए 4,000 से 5,000 रुपये खर्च करने पड़ते थे। इससे हर आदमी जांच को करने में सक्षम नहीं था। इसको देखते हुए सभी राज्य सरकारों ने अपने-अपने यहां निजी अस्पताल और लैब्स में जांच की कीमत 2,000-2,500 निर्धारित कर दी है।
'प्रोब-फ्री' आधारित है कोरोश्योर
IIT दिल्ली की टीम के अनुसार वर्तमान में उपलब्ध जांच के तरीके प्रोब-आधारित हैं, जबकि उनके द्वारा विकसित यह तरीका 'प्रोब-फ्री' है। इसमें सटीकता के साथ कोई समझौता किए बिना जांच की लागत बेहद कम हो जाती है।
भारत में यह है कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति
देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,36,181 हो गई है। इनमें से 319,840 सक्रिय मामले हैं, 5,92,032 लोग महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और 24,309 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान देशभर में 29,429 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 582 लोगों ने दम तोड़ा। देश में महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन में मिले नए मरीजों की यह सबसे बड़ी संख्या है।