JNU के छात्रों ने शिक्षा मंत्री को नहीं दिया रास्ता, जानें क्यों कर रहे प्रदर्शन
क्या है खबर?
हॉस्टल फीस में इजाफे और अन्य मुद्दों को लेकर जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र सोमवार को सड़कों पर उतर आए।
इस दौरान छात्रों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प भी हुई और पुलिस ने छात्रों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
JNU छात्र संघ (JNUSU) के नेतृत्व में छात्र वसंत कुंज के AICTE सभागार के सामने प्रदर्शन करने के लिए निकले थे, जहां विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह हो रहा है जिसमें उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू मुख्य अतिथि हैं।
प्रदर्शन का कारण
इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
JNU के छात्र पिछले कई दिन से ड्राफ्ट हॉस्टल मैनुअल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे इंटर-हॉल प्रशासन मंजूरी दे चुका है।
मैनुअल में हॉस्टल की फीस और ड्रेस कोड को लेकर कई ऐसी बातें हैं जो छात्रों को मंजूर नहीं हैं।
मैनुअल में 1,700 प्रति महीने का एक नया सर्विस चार्ज जोड़ा गया है, जो छात्रों से वसूला जाएगा।
इसके अलावा अब छात्रों को बिजली और पानी के लिए भी शुल्क देना होगा, जोकि पहले मुफ्त होते थे।
फीस वृद्धि
कमरे की फीस 20 रुपये से बढ़ाकर की गई 600 रुपये प्रति महीना
इसी तरह मैनुअल में हॉस्टल के सिंगल सीटर कमरे का किराया 20 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 600 रुपये प्रति महीने कर दिया गया है।
वहीं दो लोगों के बीच शेयर होने वाले कमरे का किराया उसका किराया 10 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति महीना कर दिया गया है।
हॉस्टल मेस की सिक्योरिटी फीस भी 5,500 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये कर दी गई है। ये फीस रिफंडेबल होती है।
प्रदर्शन
28 अक्टूबर से प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
इस नए हॉस्टल मैनुअल को 28 अक्टूबर को मंजूरी दी गई थी और छात्र तभी से इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने मैनुअल पर हस्ताक्षर करने वाली एडिशनल डीन ऑफ स्टूडेंट्स (ADoS) को 24 घंटे एक क्लासरूम में रखा था।
छात्रों ने उनसे मैनुअल को वापस लेने या कुलपति से उनकी मुलाकात कराने को कहा।
जबाव में कुलपति ने छात्रों पर ADoS को "गैरकानूनी तरीके से बंदी" बनाने का आरोप लगाया।
झड़प
छात्रों ने तोड़े पुलिस के बैरिकेड्स
इस बीच आज छात्र कैंपस से बाहर सड़कों पर उतर आए और वसंत कुंज के AICTE सभागार में हो रहे दीक्षांत समारोह को रद्द करने की मांग की।
सभागार की तरफ जाने के लिए छात्रों ने JNU के गेट पर लगे पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ दिया।
इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई और पुलिस ने कुछ छात्रों को पकड़ कर पुलिस वैन में डाल दिया। उनकी हिरासत को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बयान
प्रदर्शनकारियों ने कहा, गरीब परिवारों से आते हैं 40 प्रतिशत छात्र
इस बीच बैरिकेड हटाकर छात्र AICTE सभागार की ओर बढ़ गए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों के हाथों 'फीस में वृद्धि वापस हो' और कुलपति एस जगदेश कुमार को चोर कहने वाले बैनर और तख्तियां लगे हुए थे।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, "हम पिछले 15 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कुलपति हमसे मिलने को तैयार नहीं हैं। फीस बढ़ा दी गई है। यहां करीब 40 प्रतिशत छात्र गरीब परिवारों से आते हैं।"
गेट पर प्रदर्शन
पोखरियाल को नहीं निकलने दिया गया बाहर
AICTE सभागार पहुंच कर छात्रों ने सभागार का गेट जाम कर दिया। अंदर दीक्षांत समारोह चलता रहा और बाहर छात्र प्रदर्शन करते रहे।
दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अलावा मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल भी मौजूद थे।
पोखरियाल ने जब सभागार से बाहर आने की कोशिश की तो छात्रों ने उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया, जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को समझाने की कोशिश की और जब वो नहीं माने तो वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
जानकारी
JNUSU पदाधिकारियों को कुलपति से मिलाने लेकर गई पुलिस
पुलिस ने JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष और उपाध्यक्ष साकेत मून से भी छात्रों से बात करने और पोखरियाल को निकलने देने के लिए मनाने को कहा। अब पुलिस JNUSU के पदाधिकारियों को कुलपति से मुलाकात के लिए लेकर गई है।