
मणिपुर-नागालैंड सीमा पर दजुको घाटी के बड़े हिस्से में भीषण आग, NDRF को बुलाया गया
क्या है खबर?
देश के पूर्वोत्तर हिस्से में नागालैंड और मणिपुर की सीमा पर कोहिमा के पास स्थित दजुको घाटी के एक बड़े हिस्से में पिछले कई दिनों से भीषण आग लगी हुई है।
आग अब धीरे-धीरे माउंट इसो की दिशा में मणिपुर की तरफ बढ़ रही है।
इसे देखते हुए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की मदद मांगी है। साथ ही आग बुझाने के प्रयासों में सहायता के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को भी बुलाया है।
घाटी में आग
28 दिसंबर से जल रही है आग
सेनापति जिले के जिला वन अधिकारी ने बताया कि आग नागालैंड की तरफ से लगी हो सकती है।
वन विभाग के एक और वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागालैंड सीमा के पास रहने वाले लोगों से जुटाई गई जानकारी के अनुसार यह आग 28 दिसंबर से जल रही है। गुरुवार सुबह तक यह धीरे-धीरे सीमा से मणिपुर की तरफ पहुंच गई है। इसके बारे में पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
प्रयास
कामयाब नहीं हो पाई आग बुझाने की शुरुआती कोशिशें
अधिकारी ने आगे बताया कि वन विभाग के अधिकारियों के साथ लगभग 130 ग्रामीणों की टीम को आग पर काबू पाने और मणिपुर की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए भेजा गया है। तेज हवा और खड़ी ढलान के कारण आग बुझाने की शुरुआती कोशिशें कामयाब नहीं हो पाई हैं।
आग वाली जगह पर पहुंचने के लिए इस टीम को 14 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई करनी पड़ी थी।
अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
तैनाती
आग बुझाने के लिए तैनात किए गए 200 कर्मचारी
इस टीम के अलावा अग्निशमन विभाग के 200 कर्मचारियों को भी आग पर काबू पाने के लिए तैनात किया गया है।
नागालैंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आग लगने की घटना की पुष्टि की है। प्राधिकरण ने आग बुझाने के लिए भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टरों की आवश्यकता बताई है।
दूसरी तरफ कुछ लोगों ने असामाजिक तत्वों पर घाटी में जानबूझकर आग लगाने का आरोप लगया है। उन्होंने इसकी जांच की मांग भी की है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये घाटी में लगी आग का वीडियो
Very unfortunate, that a wild fire has started at the Dzuko Valley, one of the most beautiful place in https://t.co/KHO56WZKZv probably started about 2-3 days ago from the Nagaland side and crossed over to our side. It is likely that the fire might even reached Mt.Iso areaToday, pic.twitter.com/lvdxZDOhaU
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) December 30, 2020
जानकारी
मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण
चिंताजनक स्थिति के बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने गुरुवार को मुख्य सचिव राजेश कुमार, DGP एलएम खौते और सेनापति जिले के DC के साथ दजुको घाटी का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने लगभग दो घंटे तक स्थिति का जायजा लिया था।
मदद
गृह मंत्री ने दिया जरूरी सहयोग का भरोसा
दजुको घाटी में लगी पर काबू पाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार को जरूरी सहयोग का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा कि दजुको घाटी के हालात जानने और उस पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से फोन आया था। उन्होंने गृह मंत्रालय की तरफ से हालात पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी सहयोग का भरोसा दिया है।
पुरानी घटना
2018 में भी लगी थी आग
साल 2018 में घाटी में इसी तरह आग लगने के बाद दोनों राज्यों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी।
दरअसल, नागालैंड के ग्रामीण ने मणिपुर के 15 पर्वतारोहियों पर आग लगाने का आरोप लगाते हुए उन्हें पकड़ लिया था।
स्थानीय लोगों का आरोप था कि पर्वतारोहियों ने यह आग लगाई है, जबकि पकड़े गए लोगों का कहना था कि वो आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे।
राज्य सरकारों के हस्तक्षेप के बाद इन लोगों को छोड़ा गया था।