कोरोना वायरस: वैक्सीन की दोनों खुराक लगवाने के बाद भी क्यों संक्रमित हो रहे लोग?
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। देश में प्रतिदिन रिकॉर्ड नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने वालों में भी संक्रमण की पुष्टि ने सरकार और विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है। पहले पूरा देश वैक्सीन से कोरोना पर फतह हासिल करने की उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए इसके प्रमुख कारण जानते हैं।
वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित हो चुके हैं ये लोग
न्यूज 18 के अनुसार, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGIMS) के निदेशक डॉ आरके धीमान और उनकी पत्नी वैक्सीन की दोनों खुराक लगवाने के बाद संक्रमित हो चुके हैं। इसी तरह किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के कुलपति लेफ्टिनेंट प्रोफेसर बिपिन पुरी और संचारी रोग विशेषज्ञ डॉ डी हिमांशु सहित 12 डॉक्टरों में भी वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
संक्रमित होने के बाद भी की वैक्सीन लगवाने की अपील
वैक्सीन लगवाने के बाद फिर से संक्रमित होने के बाद भी चिकित्सा विशेषज्ञों ने सभी लोगों ने वैक्सीन लगवाने की अपील की है। उनका कहना है कि वैक्सीन मौतों को रोकने में प्रभावी है और दूसरी बार में गंभीर लक्षणों से भी बचाती है।
क्या वैक्सीनेशन के बाद भी हो सकते हैं संक्रमित?
अमेरिका के शीर्ष वैज्ञानिक और एलर्जी और संक्रामक रोग के राष्ट्रीय संस्थान के निदेशक डॉ एंथनी फाउची के अनुसार वैक्सीनेशन के बाद संक्रमित होना गंभीर है, लेकिन सभी प्रकार की वैक्सीनों के साथ ऐसा होता है। उन्होंने कहा कि लाखों लोगों को वैक्सीन लगाई जाती है, लेकिन सभी में 100 प्रतिशत सफलता संभव नहीं है। कुछ मामलों में फिर से संक्रमण हो जाता है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमण हो सकता है।
संक्रमण रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर हैं वैक्सीनें
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) की 2 अप्रैल को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा था कि कोरोना वैक्सीन दूसरी खुराक लगने के दो सप्ताह बाद संक्रमण को 90 प्रतिशत तक रोकने में कारगर होती हैं। दो सप्ताह पूरे होने से पहले संक्रमण हो सकता है।
वैक्सीनेशन के बाद भी क्यों हो रहा है संक्रमण?
वैक्सीनेशन के बाद फिर से संक्रमित होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें प्रमुख कारण वैक्सीन का सही तरह से नहीं लगाया जाना भी है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि वैक्सीन को आवश्यक तापमान पर स्टोर नहीं किया गया हो या फिर बांह के गलत हिस्से में लगाया गया हो तो भी व्यक्ति दोबारा संक्रमित हो सकता है। इसी तरह दूसरी खुराक से पहले और किसी व्यक्ति की कमजोर प्रतिरक्षा के कारण भी संक्रमण हो सकता है।
वैक्सीन लगवाने के बाद कितने समय रहती है इम्युनिटी?
मिशिगन मेडिसिन में माइक्रोबायोलॉजी और इम्युनिटी के प्रोफेसर बेथ मोरे के अनुसार, वैक्सीनेशन के बाद इम्युनिटी के समय को लेकर अभी भी अध्ययन जारी है। वायरस का म्यूटेशन भी संक्रमण का कारण बन सकता है। कई वायरस वैक्सीन के प्रभाव से बचने के लिए म्यूटेट करते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि वैक्सीन अभी प्रभावी हैं क्योंकि कोरोना वायरस के म्यूटेशन में प्रोटीन की मूल संरचना ज्यादा नहीं बदली है।
विशेषज्ञ कर रहे हैं कोरोना वायरस के नए स्ट्रेनों की निगरानी
प्रोफेसर मोरे ने कहा कि विशेषज्ञ पिछले एक साल से कोरोना वायरस के नए स्ट्रेनों की निगरानी कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वैक्सीनों में सुधार की जरूरत है या नहीं। इसी तरह 31 मार्च को नेशनल AEFI समिति को दी गई प्रस्तुति में कहा गया था कि वैक्सीनेशन के बाद 180 लोगों की मौत हो गई थी और इनमें से तीन-चौथाई मौतें खुराक लेने के तीन दिनों के भीतर हुई थीं।
वैक्सीन की दूसरी खुराक के बाद संक्रमण की स्थिति
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अनुसार वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद भी लोगों के संक्रमित होने की संभावना रहती है, लेकिन इसमें गंभीरता बहुत कम होती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया के अनुसार, दूसरी खुराक के बाद संक्रमित होने पर लक्षण बहुत हल्के होते हैं। उन्होंने कहा था कि वर्तमान में काम उपयोग की जा रही वैक्सीनों की प्रतिरक्षा 9-12 महीने तक रह सकती है और यह पूरी तरह सुरक्षित हैं।
वैक्सीनेशन के बाद भी सावधानी की जरूरत- पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने के बाद भी लोगों को लंबे समय तक मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य निमयों की पालना जरूरी है। इसके बाद ही महामारी से जंग जीती जा सकती है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,52,879 नए मामले सामने आए और 839 मरीजों की मौत हुई है। महामारी की शुरुआत के बाद देश में एक दिन में मिले ये सर्वाधिक मामले हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,33,58,805 हो गई है। इनमें से 1,69,275 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11,08,087 हो गई है।