
खर्च कम करने और टैक्स बचाने के लिए गिफ्ट कार्ड का कैसे करें उपयोग?
क्या है खबर?
गिफ्ट कार्ड एक तरह के प्रीपेड वॉलेट होते हैं, जिनमें पहले से तय रकम डाल दी जाती है। इन्हें खरीदारी, खाने-पीने या यात्रा में इस्तेमाल किया जा सकता है। बैलेंस खत्म होते ही खर्च रुक जाता है, जिससे बजट बिगड़ने की संभावना कम हो जाती है। जो लोग अक्सर ज्यादा खर्च करते हैं, उनके लिए ये कार्ड खर्च पर नियंत्रण रखने का आसान तरीका हैं और साथ ही पैसों को सही जगह लगाने की आदत भी विकसित करते हैं।
#1
रिवॉर्ड, कैशबैक और कर बचत
गिफ्ट कार्ड खरीदने पर कई बार कैशबैक, छूट और रिवॉर्ड मिलते हैं। जैसे त्योहारों में 5,000 रुपये का कार्ड सिर्फ 4,750 रुपये में मिल सकता है। वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए, नियोक्ता द्वारा दिए गए 5,000 रुपये तक के गिफ्ट कार्ड पर कर नहीं लगता, जिससे सीधी बचत होती है। इन फायदों के कारण गिफ्ट कार्ड न सिर्फ खर्च को नियंत्रित करते हैं बल्कि अतिरिक्त आर्थिक लाभ भी दिलाते हैं, जिससे कुल मिलाकर जेब पर बोझ कम होता है।
#2
खरीदारी की अग्रिम योजना और बचत
गिफ्ट कार्ड से आप पहले से तय खरीदारी का खर्च सुरक्षित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, दिवाली या सेल में इलेक्ट्रॉनिक सामान लेने की सोच रहे हैं, तो कुछ महीने पहले ही गिफ्ट कार्ड खरीद लें। इससे कीमत बढ़ने से पहले खरीदारी संभव हो जाएगी। यह तरीका उन लोगों के लिए बेहतर है जो योजनाबद्ध तरीके से खरीदारी करना चाहते हैं और एकमुश्त रकम खर्च किए बिना धीरे-धीरे बचत करना पसंद करते हैं।
#3
सुरक्षा और समय सीमा का ध्यान
अधिकतर गिफ्ट कार्ड 6-12 महीनों में समाप्त हो जाते हैं, इसलिए इन्हें समय पर इस्तेमाल करना जरूरी है। शेष राशि खत्म होने से पहले खर्च कर लें और इन्हें सुरक्षित रखें। ई-कार्ड को सुरक्षित ईमेल या वॉलेट ऐप में सेव करें, जबकि फिजिकल कार्ड को नकद की तरह संभालें। इन्हें मासिक बजट में शामिल कर पेट्रोल, किराना या बाहर खाने-पीने में तय खर्च करें, जिससे बजट से बाहर जाने और ऑफर मिस करने की संभावना कम हो जाती है।