कोरोना वायरस: नागपुर के निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर्स खत्म, लगभग सभी ICU बेड भी भरे
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के मामलों में तेज उछाल के कारण महाराष्ट्र के कई शहरों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है। नागपुर भी इन शहरों में शामिल है और यहां के निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर वाले बेड पूरी तरह से खत्म हो गए हैं।
इसके अलावा ICU बेड भी खत्म होने को हैं और शहर में बुधवार शाम तक महज 24 ICU बेड बचे थे। मामलों में उछाल जारी रहने के कारण शहर को जल्द कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
आंकड़े
नागपुर के निजी अस्पतालों में 271 वेंटीलेटर्स, सभी भरे
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नागपुर में कुल 441 वेंटीलेटर्स हैं जिनमें से 170 वेंटीलेटर्स 10 सरकारी अस्पतालों और 271 वेंटीलेटर्स 97 निजी अस्पतालों में हैं।
बुधवार शाम तक निजी अस्पतालों के ये सभी वेंटीलेटर्स भर गए थे और एक भी वेंटीलेटर खाली नहीं था। कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब शहर के किसी भी निजी अस्पताल में कोई भी वेंटीलेटर खाली नहीं है।
सरकारी अस्पताल
सरकारी अस्पतालों में भी तीन वेंटीलेटर्स खाली, चंद घंटे में वो भी भरे
सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध 170 वेंटीलेटर्स बेड में से भी बुधवार शाम तक केवल तीन बेड खाली थे और रिपोर्ट के अनुसार वे भी अगले चंद घंटे में भर गए।
ये बेड नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (GMCH) में थे और नागपुर नगर निगम (NMC) के आंकड़ों में इन्हें अभी भी खाली दिखाया जा रहा है। हालांकि कई लोगों ने यहां वेंटीलेटर बेड नहीं मिलने की शिकायत की है।
अन्य बेड
ICU बेड भी खत्म होने की कगार पर
ICU बेड की बात करें तो शहर में मात्र 31 ICU बेड खाली बचे हैं। इनमें से 24 बेड निजी अस्पतालों और सात बेड सरकारी अस्पतालों में हैं।
सामान्य बेडों की बात करें तो NMC के अनुसार ऐसे भी मात्र 199 बेड खाली हैं। वहीं ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मात्र 165 बेड खाली हैं। इनमें से 84 निजी अस्पतालों और 81 सरकारी अस्पतालों में हैं।
हालांकि एक अधिकारी के अनुसार, अभी अस्पतालों में बेडों से 177 अधिक मरीज भर्ती हैं।
जरूरत
शहर को रोजाना 200 ICU बेड की जरूरत- विशेषज्ञ
सरकारी और निजी अस्पतालों के शीर्ष विशेषज्ञों का कहना है कि शहर को तत्काल रोजाना 200 ICU बेड की जरूरत है। GMCH के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "जब तक ऐसा नहीं होता, नाजुक मरीजों को ऑक्सीजन बेडों पर भर्ती करना पड़ेगा जिससे कोविड स्थिति और खराब हो सकती है।"
नए ICU बेडों को चलाने के लिए 25 डॉक्टरों की भी जरूरत पड़ेगी और इसके लिए भर्तियां भी निकाली गई हैं। हालांकि अभी तक कोई डॉक्टर नहीं आया है।
कोरोना का कहर
नागपुर में क्या है महामारी की स्थिति?
नागपुर अभी कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और यहां रोजाना 5,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को यहां 5,338 नए मामले सामने आए और 66 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 2,54,221 हो गई है। इनमें से 5,504 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जिले में लगभग 43,000 सक्रिय मामले हैं और 2,05,784 मरीज ठीक हो चुके हैं।