कौन हैं वसुंधरा ओसवाल, जिन्हें युगांडा में पुलिस हिरासत के दौरान किया गया था प्रताड़ित?
क्या है खबर?
भारतीय मूल के अरबपति और ओसवाल ग्रुप के मालिक पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा ओसवाल को पिछले साल अपने पिता के पूर्व कर्मचारी के अपहरण और हत्या के झूठे आरोप में 3 सप्ताह तक युगांडा पुलिस ने हिरासत में रखा था।
हालांकि, बाद में कर्मचारी के तंजानिया में जीवित मिलने पर वसुंधरा को जमानत मिल गई थी। अब उन्होंने युगांडा पुलिस पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
आइए जानते हैं वसुंधरा ओसवाल कौन हैं।
परिचय
कौन हैं वसुंधरा ओसवाल?
वसुंधरा, व्यवसायी पंकज और राधिका ओसवाल की बेटी हैं, जो 3 अरब डॉलर (लगभग 25,875 करोड़ रुपये) के ओसवाल ग्रुप ग्लोबल के मालिक हैं।
पंकज की कंपनी रियल एस्टेट, फर्टिलाइजर्स, पेट्रोकैमिकल, माइनिंग सेक्टर में काम करती है।
वसुंधरा का जन्म 1999 में मुंबई में हुआ था और उनका पालन पोषण भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में हुआ है। उनकी उच्च स्तरीय पढ़ाई स्विट्जरलैंड में हुई है।
ओसवाल समूह की नींव वसुंधरा के दादा लाला विद्यासागर ने रखी थी।
जिम्मेदारी
PRO इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक हैं वसुंधरा
वसुंधरा ने स्विट्जरलैंड के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से वित्त विषय में स्नातक की डिग्री हासिल की है।
वह वर्तमान में स्विटजरलैंड के माउंट ब्लांक के सामने स्थित विला वारी में रहती हैं, जो दुनिया के सबसे महंगे घरों में से एक है, जिसकी कीमत 20 करोड़ डॉलर (लगभग 1,725 करोड़ रुपये) से ज़्यादा है।
इस घर को मशहूर इंटीरियर डिजाइनर जेफरी विल्क्स ने डिजाइन किया था। वसुंधरा वर्तमान में PRO इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक (वित्त) हैं।
सफलता
वसुंधरा ने कंपनी के लिए किए कई अहम कार्य
वसुंधरा साल 2020 में PRO इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल हुईं और संगठन की पहली महिला प्रमुख के रूप में इतिहास रच दिया।
वह गिनी में सबसे बड़ी बॉक्साइट खनन परियोजनाओं में से एक एक्सिस मिनरल्स की महानिदेशक भी हैं, जिसमें 88.40 करोड़ टन बॉक्साइट है।
उनके नेतृत्व में PRO इंडस्ट्रीज और एक्सिस मिनरल्स ने प्रमुख विस्तार परियोजनाओं को पूरा किया है, ऋण कम किया है और स्थिरता कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।
जानकारी
वसुंधरा को मिल चुके हैं कई पुरस्कार
वसुंधरा को उनके बेहतर कार्य के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इनमें द इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा इंस्पायरिंग वुमन ऑफ द ईयर और 2023 में ग्लोबल यूथ आइकन अवार्ड शामिल हैं। उन्हें साल 2023 में फेमिना इंडिया में भी शामिल किया गया था।
हिरासत
वसुंधरा को युगांडा में हिरासत में क्यों लिया गया?
वसुंधरा को युगांडा पुलिस ने 1 अक्टूबर, 2024 को आर्थिक और आपराधिक मामले में हिरासत में लिया था।
उस समय जारी कुछ मीडिया रिपोर्टों और जारी वीडियो में बताया गया था कि वसुंधरा अपने पिता के एक पूर्व शेफ के अपहरण और उसकी हत्या के मामले से जुड़ी हो सकती हैं।
हालांकि, उन्हें जिस पूर्व कर्मचारी की हत्या में आरोपी बनाया गया था वो तंजानिया में जीवित पाया गया। उसके बाद 21 अक्टूबर को वसुंधरा को जमानत दे दी गई।
प्रताड़ना
वसुंधरा को शौचालय जाने से भी रोका
वसुंधरा ने गत शुक्रवार को PTI से कहा कि हिरासत के दौरान युगांडा पुलिस ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया। उन्हें भोजन, पानी और यहां तक कि शौचालय तक जाने से रोक दिया गया था।
वसुंधरा ने बताया कि उनके परिजनों को उनके लिए भोजन-पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए वकीलों के माध्यम से पुलिस अधिकारियों को रिश्वत तक देनी पड़ी।
कर्मचारी के 10 अक्टूबर को जीवित मिलने पर भी पुलिस ने उन्हें कई दिन तक हिरासत में रखा था।
वारंट
पुलिस ने बिना वारंट के ही हिरासत में लिया
वसुंधरा ने बताया कि युगांडा में ओसवाल ग्रुप के एक्स्ट्रा-न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) प्लांट से 20 हथियारबंद लोगों ने उन्हें हिरासत में लिया था, जिनके पास न तो कोई वारंट था और न ही कोई पहचान पत्र था।
मामले में वसुंधरा के पिता ने बेटी को मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस (UN) वर्किंग ग्रुप ऑन आर्बिटरी डिटेंशन (WGAD) के समक्ष एक अपील दायर करते हुए बिना किसी देरी के सुनवाई की मांग की थी।