स्विट्जरलैंड में आसमान से हुई चॉकलेट की 'बारिश', जानिए कैसे
अब तक आपने आसमान से पानी या बर्फ बरसती हुई देखी होगी, लेकिन जरा सोचिए अगर आसमान से ऐसा कुछ गिरने लगे जो एकदम चॉकलेट जैसा हो तो आपको कैसा लगेगा। स्विट्जरलैंड के एक शहर में कुछ ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला है जहां आसमान से चॉकलेट पाउडर गिरने लगा। एक चॉकलेट फैक्ट्री में खराबी के बाद ज्यूरिख और बेसेल के बीच ओल्टन में ये अद्भुत घटना हुई। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
वेंटिलेशन मशीन में खराबी के चलते हुई चॉकलेट की बारिश
स्थानीय समाचार पोर्टलों के मुताबिक, लिंडट और स्प्रुंजली नामक एक चॉकलेट फैक्ट्री में खराबी के कारण स्विट्जरलैंड के ओल्टेन शहर में चॉकलेट पाउडर की बारिश हुई। इस फैक्ट्री के कूलिंग वेंटिलेशन में मामूली खराबी आ गई थी जिससे चॉकलेट पाउडर जमा नहीं और तेज हवा आने पर यह पाउडर कारखाने के आसपास के क्षेत्र में फैल गया। इस पाउडर ने इलाके के घरों और कारों को ढक दिया और स्थानीय लोग इसे चॉकलेट की बारिश समझ बैठे।
चॉकलेट कंपनी ने जारी किया बयान
घटना पर चॉकलेट कंपनी का कहना है कि जो चॉकलेट पाउडर शहर में फैला, वह लोगों या पर्यावरण के लिए पूरी तरह से हानिरहित था। कंपनी के अनुसार, वेंटिलेशन सिस्टम की मरम्मत की गई है और कारखाने में चॉकलेट का उत्पादन सामान्य रूप से शुरू हो गया है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जिन वाहनों या जगहों पर कोको पाउडर गिरा है, वहां की सफाई का भुगतान करने के लिए कंपनी तैयार है।
ट्विटर पर वायरल हो रहीं घटना की तस्वीरें
इस मामले से जुड़ी कई तस्वीरें ट्विटर पर वायरल हो रही हैं जिनमें जमीन पर चॉकलेट पाउडर की एक परत देखी जा सकती है। इन तस्वीरों पर काफी प्रतिक्रिया आ रही हैं। एक शख्स ने इन तस्वीरों पर कहा, '2020 में आखिरकार कुछ सही हुआ। लिंड्ट कारखाने में वेंटिलेशन खराब होने के बाद चॉकलेट बरसी।' वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, 'आसमान से चॉकलेट का गिरना सपने के सच होने जैसा हैं।'
कई बार सड़क ढक चुकी है चॉकलेट
यह कोई पहली बार नहीं था जब लोगों ने चॉकलेट को सड़क पर यूं बिखरा देखा। इससे पहले मई, 2018 में पोलैंड के हाइवे पर लगभग 12 टन लिक्विड चॉकलेट ले जा रहा एक वाहन पलट गया था जिससे पूरी सड़क पर चॉकलेट बिखर गई। घटना में पोलैंड के रेसेनिया और स्लुप्का शहरों के बीच छह लेन का ट्रैफिक लग गया था। इसके अलावा दिसंबर, 2018 में जर्मनी के शहर वेस्टोएन में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था।