ब्रिटेन के बच्चों में सामने आई कोरोना वायरस से संबंधित 'रहस्यमयी बीमारी', अलग हैं लक्षण
क्या है खबर?
ब्रिटेन सहित कई पश्चिमी देशों के बच्चों में कोरोना वायरस जैसे 'रहस्यमयी लक्षण' दिखने के बाद इंटेनसिव केयर (ICU) में भर्ती करना पड़ा है। 'द गार्डियन' की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के अलावा फ्रांस, अमेरिका, इटली, स्पेन और स्विट्जरलैंड में अब तक ऐसे 100 मामले सामने आ चुके हैं।
दो दिन पहले ही ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) ने डॉक्टरों को अलर्ट भेजे ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा था।
मामला
तीन हफ्ते से सामने आ रहे मामले
इंग्लैंड की 'बाल चिकित्सा इंटेनसिव केयर सोसाइटी' के अनुसार, पिछले तीन हफ्तों से सभी उम्र के बच्चों में मल्टी-सिस्टम इंफ्लेशन के कई मामले सामने आए हैं और उन्हें ICU की जरूरत पड़ी है।
इनमें से कई बच्चों को कोरोना वायरस से भी संक्रमित पाया गया लेकिन उनके लक्षण कोरोना वायरस से अलग थे।
इन बच्चों में पेट दर्द, उल्टी-दस्त, दिल में सूजन, बुखार और सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
बीमारी
कावासाकी बीमारी से भी मिलते हैं लक्षण
ये बच्चे इस बीमारी के कारण काफी बीमार हुए। उनमें जो लक्षण देखे गए वे कावासाकी बीमारी और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम से भी मिलते हैं और इसलिए उन्हें इससे पीड़ित माना जा रहा था।
सोसाइटी ने इन मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि ये बीमारी कोरोना वायरस के अलावा अन्य किसी अज्ञात संक्रामक रोग के कारण भी हो सकती है।
इसे एक दुर्लभ लेकिन घातक सिंड्रोम माना जा रहा है।
बयान
बीमारी का कारण अभी स्पष्ट नहीं, हो रही जांच
डॉक्टरों के अनुसार, इन बच्चों की खून की जांच में कोविड की गंभीर बीमारी जैसे नतीजे सामने आए, लेकिन अभी इस बात की पुष्ट नहीं हो पाई है कि वे कोरोना वायरस के कारण ही बीमार हो रहे हैं।
NHS इंग्लैंड के मेडिकल निदेशक स्टीफन पॉविस ने इस हफ्ते कहा, "पिछले कुछ दिनों में ही हमने ऐसी रिपोर्ट देखी हैं। हमने अपने विशेषज्ञों से तत्काल इस मामले को देखने को कहा है।"
कोरोना का असर
कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार नहीं होते ज्यादातर बच्चे
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण ज्यादातर बच्चे गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ते हैं और वे इससे सबसे कम खतरे वाले आयु वर्ग में शामिल हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस के प्रभाव में आने के बाद बच्चों का इम्युन सिस्टम फेफड़ों के गंभीर संक्रमण को रोकने में कामयाब रहता है।
हालांकि संक्रमित बच्चों के किसी ऐसे व्यक्ति को संक्रमित करने का खतरा बना रहता है जिसे कमजोर इम्युन सिस्टम के कारण कोरोना वायरस से अधिक खतरा हो।
बयान
विशेषज्ञ बोले- डरने वाली स्थिति नहीं
NHS के साथ काम करने वाले वरिष्ठ डॉक्टर रमेश मेहता ने 'न्यूज 18' से कहा, "ये बच्चों में रहस्यमयी तरीके की बीमारी है। लेकिन ये गंभीर है और उतनी ही खतरनाक है। लेकिन अभी तक की कम संख्या को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि बच्चों के लिए कोई दहशत की स्थिति है।"
क्या किसी बच्चे को इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है, इस पर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।