भारत में कब शुरू होगा 15 साल से कम उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन?
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के आने के बाद से देश महामारी की तीसरी लहर से जूझ रहा है। इससे बचाव के लिए सरकार ने 15-18 साल तक के बच्चों का भी वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है। इसी बीच सवाल उठने लगा है कि 15 साल के कम उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन कब शुरू होगा। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बच्चों के वैक्सीनेशन पर वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन करने के बाद ही निर्णय किया जाएगा।
वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर किया जाएगा निर्णय- भूषण
NDTV के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, "देश में 16 जनवरी, 2021 से सबसे कमजोर लोगों की सुरक्षा के वैज्ञानिक प्रमाणों और मान्यताओं के आधार पर वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी। ऐसे में जैसे-जैसे वैज्ञानिक प्रमाण विकसित होंगे, हम वैक्सीनेशन का का विस्तार करेंगे।" उन्होंने कहा, "हम 15 साल से कम उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर ही कोई निर्णय करेंगे।"
12-15 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन का है लक्ष्य- डॉ पॉल
नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, "हमारा अगला लक्ष्य 12-15 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन करना है, लेकिन इसकी शुरुआत का निर्णय वैज्ञानिक साक्ष्य और वैज्ञानिक निर्णय के बाद ही करेंगे। सरकार लगातार इस पर काम कर रही है।" उन्होंने कहा, "किसी भी उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की आवश्यकता को जानने के लिए पहले अध्ययन किया जाता है और उसी के बाद योजना आगे बढ़ाई जाती है।"
"15-18 साल तक के 52 प्रतिशत बच्चों को लगी पहली खुराक"
डॉ पॉल ने कहा, "देश में 72 प्रतिशत वयस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी है। इसी तरह 15-18 साल तक के करीब 52 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक दे दी गई है।" उन्होंने कहा, "सरकार के लिए खुशी की बात यह है कि 15-18 साल तक की आयु के किशोर वैक्सीनेशन अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। ऐसे में सरकार इस आयु वर्ग के बच्चों का वैक्सीनेशन जल्द पूरा कर लेगी।"
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था ऐलान
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को देश के नाम संबोधन में 3 जनवरी से 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने तथा 10 जनवरी से हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स सहित 60 साल से अधिक उम्र के कॉ-मॉरबिडिटी वाले लोगों को 'प्रिकॉशन डोज' दिए जाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इससे काफी राहत मिलेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस (इंफो)
बता दें कि देश में 3 जनवरी से 15-18 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। पहले दिन 44,20,475 बच्चों ने वैक्सीन की खुराक लगवाई थी। उसके बाद से इसकी रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है और गुरुवार तक कुल 3,94,42,385 बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इसी तरह 10 जनवरी से शुरू की गई प्रिकॉशन डोज में अब तक 65,84,334 लोगों को यह खुराक लगाई जा चुकी है।