हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले पांच और सैन्यकर्मियों के शवों की पहचान हुई
तमिलनाडु के कुन्नूर में पिछले बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले पांच और सैन्यकर्मियों के शवों की शनिवार को पहचान कर ली गई है। उनके शवों को उनके पैतृक निवास के लिए रवाना कर दिया गया है। इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (63) और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हुई थी। जिनमें से CDS जनरल रावत और उनकी पत्नी सहित चार शवों के पहले पहचान कर ली गई थी।
इन सैन्यकर्मियों के शवों की हुई पहचान
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सेना अधिकारियों ने बताया कि जूनियर वारंट ऑफिसर (JWO) प्रदीप ए, विंग कमांडर पीएस चौहान, JWO राणा प्रताप दास, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के शवों की पहचान कर ली है। इनके परिजनों ने शवों की पहचान की है। अधिकारियों ने बताया शवों को हवाई मार्ग से उनके निवास के नजदीकी हवाई अड्डों पर भेजा गया है। इससे पहले बेस अस्पताल में मृतक सैन्यकर्मियों के लिए पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया।
इस तरह से घर पहुंचे मृतकों के शव
सेना के अधिकारियों ने बताया कि JWO प्रदीप का शव सुबह 11 बजे सुलूर हवाई अड्डे पर उतरा। वहां 124 किलोमीटर दूर उनके गृहनगर त्रिशूर लाया गया। इसी तरह विंग कमांडर चौहान का शव सुबह 9:45 बजे आगरा, JWO दास का शव दोपहर 12 बजे भुवनेश्वर और लांस नायक बी साई तेजा का शव दोपहर 1 बजे तक बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरा। लांस नायक कुमार का शव सुबह 11.30 बजे हिमाचल प्रदेश के गग्गल हवाई अड्डे पर पहुंचा।
वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में जाते समय हुआ था हादसा
बता दें कि CDS जनरल रावत बुधवार सुबह करीब 9 बजे वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिएदिल्ली से अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ विशेष विमान से तमिलनाडु के सुलुर रवाना हुए थे। सुबह 11:35 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचने के 10 मिनट बाद ही सभी लोग वायुसेना के हेलिकॉप्टर से 94 किलोमीटर दूर वेलिंगटन के लिए रवाना हुए थे। करीब 12:20 बजे कट्टेरी इलाके के पास यह हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हेलिकॉप्टर हादसे में इन लोगों की हुई है मौत
बुधवार दोपहर करीब 12:15 बजे तमिलनाडु में वायुसेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे इसमे सवार जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, रक्षा सहायक ब्रिगेडियर लिड्डर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, JWO राणा प्रताप दास, JWO प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांसनायक विवेक कुमार और लांसनायक साई तेजा की मौत हो गई, जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं।
अब तक नौ शवों की हो चुकी है पहचान
शुरुआत में CDS जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर सहित चार लोगों के शवों की ही पहचान ही हो पाई थी। इसको लेकर सेना ने सभी मृतकों के परिजनों को शवों की पहचान के लिए दिल्ली बुलाया था। उसके बाद अब पांच और शवों की पहचान हो गई है। हालांकि, अभी भी चार शवों की पहचान नहीं हो पाई है। परिजनों के सहयोग से साथ सेना वैज्ञानिक आधार पर भी पहचान करने का प्रयास कर रही है।
पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुआ CDS जनरल रावत का अंतिम संस्कार
शव की पहचान के बाद CDS जनरल रावत और उनकी पत्नी मुधलिका के शवों का शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार से पहले CDS जनरल रावत को सेना ने 17 तोपों की सलामी भी दी थी।