मुंबई: भारी बारिश के कारण जलभराव, अगले कुछ दिन के लिए अलर्ट
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कल से हो रही भारी बारिश से आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है और सुबह सड़कों पर भी जाम की स्थिति देखने को मिली। मुंबई के निवासियों को बारिश से फिलहाल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिन तक कुछ-कुछ जगहों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मुंबई में पिछले 24 घंटे में लगभग 100 मिलीमीटर बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में आज सुबह 8 बजे खत्म हुए पिछले 24 घंटों में 95.81 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। वहीं पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में इसी दौरान क्रमशः 115.09 मिलीमीटर और 116.73 मिलीमीटर बारिश हुई। मुंबई और उपनगरों में पहले कल रात को भारी बारिश हुई और फिर सुबह एक बार फिर से तेज बारिश देखने को मिली। बारिश के कारण सियोन, अंधेरी, चेंबूर और पनवेल में सड़कों पर पानी भर गया।
कई बसों का रूट बदला गया, बिना व्यवधान के चल रहीं लोकल ट्रेनें
निचले इलाकों में सड़कों पर पानी भरने के कारण कई बसों का रूट बदलना पड़ा, जिससे आम लोगों को समस्या उठानी पड़ी। हालांकि केंद्रीय रेलवे और पश्चिमी रेलवे, दोनों रूटों पर लोकल ट्रेनें बिना किसी व्यवधान के चल रही हैं।
NDRF की पांच टीमें तैनात, मुख्यमंत्री ने दिया सतर्क रहने का निर्देश
अधिकारियों ने बताया कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद मुंबई में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की पांच टीमें तैनात कर दी गई हैं। इसके अलावा नए-नवेले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई और आसपास के जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव और संबंधितों जिलों के अभिभावक सचिवों के साथ बैठक के बाद ये निर्देश जारी किया।
दो जगहों पर भूस्खलन, अन्य तीन जिलों में भी अलर्ट
मुंबई के अलावा महाराष्ट्र के अन्य कुछ इलाकों में भी बारिश हो रही है। बारिश के कारण कम से कम दो जगहों पर भूस्खलन देखने को मिला है। जिन दो जगहों पर भूस्खल देखने को मिला, उनमें पूर्वी मुंबई का उपगनर घाटकोपर और रत्नागिरी जिले का चिपलून शहर शामिल है। मौसम विभाग ने 8 जून तक रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिए भी ओरेंज अलर्ट जारी किया है और यहां भारी से लेकर बेहद भारी बारिश हो सकती है।
मुंबई में हर साल बारिश में होती है यही स्थिति
बता दें कि मुंबई में हर साल बारिश के मौसम में लगभग यही स्थिति देखने को मिलती है और पहली बारिश में ही कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। पिछले साल तो घर और दीवार गिरने के अलग-अलग हादसों में 22 लोगों की मौत भी हो गई थी, वहीं 11 जगह भूस्खलन देखने को मिला था। इसके बावजूद इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है।