8 दिनों में 7वीं बार बढ़े तेल के दाम, मुंबई में पेट्रोल 115 रुपये से पार
तेल की कीमतों में इजाफा लगातार जारी है और पिछले आठ दिनों में आज सातवीं बार दाम बढ़े हैं। मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 80 पैसे और डीजल की कीमत में 70 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया गया है। ताजा बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से पार पहुंच गई है। इससे पहले सोमवार को भी दामों में 30 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ था।
मुंबई में पेट्रोल 115 रुपये प्रति लीटर
देश की राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 100.21 रुपये और डीजल 91.47 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं मुंबई में एक लीटर की पेट्रोल की कीमत 115.04 रुपये और डीजल 99.25 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। चेन्नई में पेट्रोल 105.94 रुपये और डीजल 96 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 109.68 रुपये और डीजल के दाम 94.62 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
कच्चे तेल के दाम हुए कम
यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के समय कच्चे तेल की कीमत 130 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थी, लेकिन अब यह 104 डॉलर के आसपास आ गई है। कच्चा तेल सस्ता होने के बाद भी फिलहाल आम लोगों का इसका फायदा मिलतना नहीं दिख रहा है।
पिछले मंगलवार से बढ़ने शुरू हुए थे दाम
पिछले मंगलवार को इस साल पहली बार देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे। 137 दिनों में यह पहला इजाफा था। 2017 के बाद यह पहली बार था, जब तेल की कीमतों में इतने अंतराल के बाद तेजी आई है। जानकारी के लिए बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल विदेशों से खरीदता है। इस तरह यह तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आयातक और उपभोक्ता है।
और बढ़ सकती हैं कीमतें
हाल ही में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था पिछले साल नवंबर से इस साल मार्च के बीच भारतीय तेल कंपनियों को लगभग 19,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। बढ़ती कीमतों को इसका संकेत बताते हुए उसने कहा था कि कीमतें एक साथ न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, घाटे की पूर्ति के लिए पेट्रोल की कीमत 10.6-22.3 रुपये और डीजल की कीमत 13.1-24.9 रुपये बढ़ाए जाने की जरूरत है।
सरकार ने युद्ध को बताया कारण, कांग्रेस का अभियान चलाने का ऐलान
तेल की बढ़ती कीमतों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा था कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के चलते आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई हैं और कच्चे तेल के दाम भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा था कि इसका असर सभी देशों पर पड़ रहा है। विपक्ष मामले में सरकार पर हमलावर बना हुआ है और कांग्रेस ने 31 मार्च से 7 अप्रैल के बीच सरकार के खिलाफ 'महंगाई मुक्त भारत अभियान' चलाने का ऐलान किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
साल 2011 में कच्चे तेल की कीमत 111.89 डॉलर प्रति बैरल होने पर दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 55.37 रुपये प्रति लीटर थी, लेकिन अब यह 44 रुपये से अधिक बढ़कर 100 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह उस समय राजधानी में डीजल 41.12 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था, जो अब लगभग 50 रुपये की वृद्धि के साथ 91.47 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इससे साफ है तेल की कीमतें कंपनियों की मर्जी से बढ़ी है।