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53 वर्ष की महिला ने छुप-छुपकर की पढ़ाई, स्कूल छोड़ने के 37 साल बाद पाई सफलता
53 वर्ष की महिला ने छुप-छुपकर की पढ़ाई, स्कूल छोड़ने के 37 साल बाद पाई सफलता

53 वर्ष की महिला ने छुप-छुपकर की पढ़ाई, स्कूल छोड़ने के 37 साल बाद पाई सफलता

लेखन तौसीफ
Jun 23, 2022
06:30 pm

क्या है खबर?

'पढ़ने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती है', यह कहावत महाराष्ट्र की रहने वाली 53 साल की कल्पना अच्युत पर बिल्कुल सटीक बैठती है। कल्पना ने हाल ही में महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से आयोजित कक्षा 10 की परीक्षा पास कर ली है। बोर्ड ने परीक्षा के परिणाम 17 जून, 2022 को जारी किए थे। कल्पना एक गृहिणी होने के बावजूद अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटीं और अपना सपना पूरा किया।

प्रेरणादायक

कल्पना के बेटे ने साझा की मां की प्रेरणादायक कहानी

यह जानकारी कल्पना के बेटे प्रसाद जंभाले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर साझा की है। प्रसाद पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और आयरलैंड में रहते हैं। उन्होंने बताया कि कैसे 37 वर्षों बाद उनकी मां ने फिर से स्कूल में पढ़ना शुरू किया और वो कक्षा 10 में पास भी हो गई। प्रसाद के मुताबिक, उनकी मां ने स्कूल में 2021 में दाखिला लिया था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में किसी को नहीं बताया और छिप-छिपकर पढ़ाई की।

पढ़ाई

कल्पना ने अपने पति को भी नहीं बताई थी पढ़ाई की बात

प्रसाद बताते हैं कि जब वे अपने घर फोन करते हैं तो उन्हें यह बताया जाता था कि उनकी मां घर से बाहर टहलने के लिए निकली हैं। कल्पना ने अपनी पढ़ाई की बात अपने पति और अपने दूसरे बेटे को भी नहीं पता चलने दी। जब महाराष्ट्र सरकार ने नाइट स्कूल में पढ़कर किसी को भी दोबारा कक्षा 10 की परीक्षा देने की इजाजत दी तो कल्पना का अपना सपना पूरा करने का रास्ता साफ हो गया।

मेधावी

अपने बैच की मेधावी छात्रा रहीं कल्पना

प्रसाद ने लिखा, "एक दिन जब मैं भारत वापस आया, उन्होंने मुझे अपनी नोटबुक दिखाई और मैं यह देखकर चकित रह गया कि वह बीज गणित और अंग्रेजी में कितनी अच्छी हैं। उन्होंने मुझे तस्वीरें भी दिखाई कि कैसे शिक्षा छोड़ने वाले लोगों के उनके समूह अब अपनी पढ़ाई के जरिए खुशियां पा रहे हैं।" उन्होंने कहा, "इतने वर्षों बाद भी वह शिक्षा ग्रहण करने में सक्षम थीं। इतना ही नहीं, वह अपने बैच की एक मेधावी छात्रा भी रहीं।"

पास

कितने अंकों से पास हुईं कल्पना?

प्रसाद ने कहा कि वह भारत शादी करने के लिए आए थे, उनकी शादी फरवरी में थी और उनकी मां के एग्जाम मार्च में थे। फिर भी उनकी मां ने सबकुछ मैनेज कर लिया और अपनी शिक्षा पर भी किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ने दिया। उन्होंने लिखा कि उनकी मां सिर्फ पास ही नहीं हुई, बल्कि उनके नंबर भी काफी अच्छे आए हैं। कल्पना ने 79.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। प्रसाद ने उनका रिपोर्ट कार्ड भी शेयर किया है।