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सरकार के छह मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, राज्यसभा में विपक्ष के आचरण को बताया शर्मनाक

सरकार के छह मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, राज्यसभा में विपक्ष के आचरण को बताया शर्मनाक

Sep 20, 2020
08:05 pm

क्या है खबर?

राज्यसभा में दो कृषि विधेयकों के पारित होने के बाद छह केंद्रीय मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल, थावरचंद गहलोत और मुख्तार अब्बास नकवी इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्यसभा में आज विपक्षी सांसदों का आचरण निंदनीय था। आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। वहीं कृषि विधेयकों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके लागू होने से लाखों किसानों को फायदा होगा।

प्रतिक्रिया

राज्यसभा में आज जो हुआ वो शर्मनाक- राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने कहा, "आज राज्यसभा में कृषि से संबंधित 2 विधेयकों पर चर्चा चल रही थी उस समय राज्यसभा में जो हुआ वो जहां दुखद था, वहीं दुर्भाग्यपूर्ण था और उससे भी आगे जाकर मैं कहना चाहूंगा कि वो अत्यधिक शर्मनाक था।" उन्होंने आगे कहा कि आज की घटना काफी गलत थी। ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था। संसदीय मर्यादा का उल्लंघन हुआ। उपसभापति के साथ किया गया आचरण गलत था। आसन पर चढ़ना, रूलबुक फाड़ना काफी दुखद था।

राज्यसभा

अविश्वास प्रस्ताव पर चेयरमैन लेंगे फैसला- राजनाथ सिंह

विपक्षी सांसदों द्वारा राज्यसभा उपसभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि चेयरमैन इस पर फैसला लेंगे। एक दूसरे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोगों को विधेयक के बारे में समझाने की कोशिश की जा रही है। हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बारे में उन्होंने कहा कि हर फैसले के पीछे कुछ राजनीतिक वजहें होती हैं और वो इसके बारे में ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहते।

कृषि विधेयक

MSP समाप्त नहीं होगा- राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी सूरत में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को समाप्त नहीं किया जाएगा। न ही APMC की व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। वहीं MSP की बात को विधेयक में नहीं रखने के सवाल पर कहा कि ऐसा प्रावधान पहले भी किसी विधेयक में नहीं रहा है। वहीं विधेयक पारित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि MSP की व्यवस्था जारी रहेगी और सरकारी खरीद जारी रहेगी।

बयान

"किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में बड़ा कदम"

सिंह ने दोनों विधेयकों को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि केवल भ्रामक तथ्यों के आधार पर किसानों को गुमराह किए जाने की कोशिश की जा रही है। इन विधेयकों से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों की आय दोगुना करने की तरफ यह बड़ा कदम है।

पृष्ठभूमि

राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने किया था हंगामा

रविवार को राज्यसभा में कृषि विधेयक पेश किए गए। चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस चाहती थी कि इस विधेयक पर रविवार को सदन के निर्धारित समय में चर्चा हो। इसी दौरान कुछ सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ आसन के पास पहुंच गए और रूलबुक फाड़ने की कोशिश की। इसी खींचतान में उपसभापति का माइक भी टूट गया। विपक्ष का आरोप है कि उपसभापति ने पद की गरिमा नहीं रखी।

राज्यसभा

ये दो विधेयक हुए हैं पारित

आज जो दो विधेयक राज्यसभा से पारित हुए वे कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता विधेयक हैं। इनमें अनुबंध खेती और सरकारी मंडियों के बाहर व्यापारिक इलाके बनाने के प्रावधान किए गए हैं। दोनों विधेयक लोकसभा से पहले ही पारित हो चुके हैं और अब इन्हें अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ये कानून बन जाएंगे।