मोदी सरकार ने दोबारा बनाईं आठ कैबिनेट कमेटियां, हर कमेटी में अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह पर प्रधानमंत्री मोदी का भरोसा एक बार फिर दिखा है। नई सरकार ने आठ कैबिनेट कमेटियों को दोबारा गठित किया है। इन आठों कमेटियों में अमित शाह को जगह मिली है। इसका मतलब साफ है कि पार्टी पर पकड़ के साथ-साथ अब सरकार के हर फैसले में अमित शाह की छाप रहेगी। इन आठ में छह कमेटियों का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो कमेटियों में जगह दी गई है।
इन कमेटियों का हुआ गठन
मोदी सरकार ने अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट, कैबिनेट कमेटी ऑन अकोमडेशन, कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स, कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी, कैबिनेट कमेटी ऑन इनवेस्टमेंट एण्ड ग्रोथ और कैबिनेट कमेटी ऑन इम्पलॉयमेंट एण्ड स्किल डेवलेपमेंट गठन किया है। अमित शाह इनमें से हर कमेटी में शामिल रहेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पांच कमेटियों में शामिल किया गया है।
गुजरात सरकार में शाह के पास थे 10 मंत्रालय
साल 2002 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे, तब अमित शाह को 10 पोर्टफोलियो दिए गए थे। उस समय शाह के पास गृह, कानून और न्याय, जेल, सीमा सुरक्षा और आवास आदि मंत्रालयों का प्रभार था।
राजनाथ सिंह को नहीं मिली पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में जगह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पॉलिटिकल अफेयर्स पर बनी कमेटी में जगह नहीं दी गई है। ऐसे में इस कमेटी में अमित शाह का होना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री के बाद दूसरे नंबर का मंत्री करता है। कैबिनेट में राजनाथ सिंह दूसरे और अमित शाह तीसरे नंबर पर है। ऐसे में अमित शाह इस कमेटी में दूसरे नंबर के मंत्री बन गए हैं।
ये हैं पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य
अमित शाह के अलावा इस कमेटी में नितिन गडकरी, रामविलास पासवान, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, रवि शंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, अरविंद सावंत और प्रह्लाद जोशी को जगह दी गई है।
ये हैं सबसे महत्वपूर्ण कमेटियां और उनके सदस्य
सबसे महत्वपूर्ण मानी जाने वाली कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी में प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं। कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनामिक अफेयर्स में प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डीवी सदानंद गौड़, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, एस जयशंकर, पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान हैं। कैबिनेट कमेटी ऑन इनवेस्टमेंट एण्ड ग्रोथ में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल शामिल हैं।
क्या होती है कैबिनेट कमेटियां
कैबिनेट कमेटियों को 'सुपर कैबिनेट' भी कहा जाता है। इनमे केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं और ये सरकार से जुड़े जरूरी मसलों पर फैसले लेती है। सुरक्षा पर बनी कमेटी को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यह देश की सुरक्षा से जुड़े फैसले लेती है।
क्या शाह को अपना उत्तराधिकारी के तौर पर तैयार कर रहे प्रधानमंत्री मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी का अमित शाह पर भरोसा किसी से छिपा नहीं है। दोनों 30 साल से ज्यादा समय से एक-दूसरे को जानते हैं। कई जानकार कयास लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह को अपने उत्तराधिकारी के तौर पर तैयार कर रहे हैं। भाजपा में 75 साल से अधिक उम्र के नेताओं को चुनाव न लड़ाने का नियम बनाया गया है। अगले चुनावों के समय प्रधानमंत्री मोदी की उम्र 73 साल हो जाएगी।
शाह निभा सकते हैं और बड़ी भूमिका
इस नियम को देखते हुए माना जा रहा है कि शाह को तैयार किया जा रहा है। अगर भाजपा तीसरी बार सत्ता में लौटने में कामयाब होती है तो बहुत संभव है कि अमित शाह उस समय आज से कहीं बड़ी भूमिका निभाते हुए दिखेंगे।