राजस्थान में फिर सुलगी गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग; दिल्ली-मुंबई रेल ट्रैक जाम, इंटरनेट बंद
पिछले कई सालों से आरक्षण के मांग को लेकर गुजर्रों के आंदोलन को झेल रहे राजस्थान में अब फिर से आंदोलन की आग सुलग गई है। राजस्थान में मोस्ट बैकवर्ड क्लास (MBC) में बैकलॉग की भर्तियों सहित अन्य मांगों को लेकर गुर्जर समाज के लोग कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला के नेतृत्व में भरतपुर के पीलूपुरा के पास रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए। इससे इस रूट से ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो गया है।
छह मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं गुर्जर
बता दें कि गुर्जर समाज इस बार सरकार से पहले हुए समझौता और मैनिफेस्टो में वादे के मुताबिक बैकलॉग की भर्तियां निकालने, सभी भर्तियों में पूरा पांच प्रतिशत आरक्षण देने, पहले के आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने, आरक्षण विधेयक को नवीं अनुसूची में डालने, MBC कोटे से भर्ती 1,252 कर्मचारियों को रेगुलर पे-स्केल देने और देवनारायण योजना में विकास योजनाओं के लिए बजट देने की मांग कर रहे हैं।
गुर्जर समाज को वर्तमान में SBC कोटे से मिल रहा है एक प्रतिशत आरक्षण
राजस्थान सरकार ने 26 अक्टूबर, 2018 को एक विधेयक पारित किया जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कोटे को 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 26 प्रतिशत कर दिया गया। दिसंबर 2018 में, राज्य सरकार ने गुर्जरों और चार अन्य पिछड़े वर्गों को विशेष पिछड़ा वर्ग (SBC) में डालकर एक प्रतिशत आरक्षण देना शुरू कर दिया। इन समुदायों को OBC आरक्षण के अलावा सबसे पिछड़े वर्ग के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा के तहत एक प्रतिशत आरक्षण अलग से मिल रहा है।
दो धड़ों में बंटा गुर्जर समाज
गुर्जर समाज इस बार दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है। वर्तमान में गुर्जर समाज में दो धड़े बने हुए हैं। इनमें एक धड़ा गुर्जर नेता हिम्मत सिंह पाड़ली और दूसरा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का है। इसमें गत शनिवार को सरकार से हुई वार्ता के बाद हिम्मत सिंह का गुट तो सहमत हो गया, लेकिन बैंसला गुट अंसतुष्ट रहा। ऐसे में वर्तमान में बैंसला गुट ने ट्रैक जाम कर आंदोलन का आगाज किया है।
वार्ता के लिए गए खेल मंत्री चांदना की बैंसला से नहीं हो सकी मुलाकात
आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके चलते राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना रविवार रात को कर्नल बैंसला से वार्ता करने के लिए पीलुपुरा गए थे, लेकिन उनकी बैंसला से वार्ता नहीं हो सकी। इधर, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि सरकार आंदोलनकारीयों से वार्ता के लिए तैयार है। अगर उन्हें लगता है कि समझौते में कोई समस्या है तो वार्ता से ही समाधान निकाला जा सकता है।
बैंसला ने कही सरकार से आश्वासन मिलने की बात
न्यूज 18 के अनुसार कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत का उनके पास फोन आया है और उन्होंने विस्तार में बात करने के साथ मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया है। समाज को एक बार मुख्यमंत्री पर भरोसा करना चाहिए।
रेलवे ट्रैक के जाम होने से 60 ट्रेनों का किया मार्ग परिवर्तन
गुर्जर समाज के लोगों के रेलवे ट्रैक पर कब्जा करने को देखते हुए रेलवे ने 40 मालगाड़ियों सहित करीब 60 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया है। कई ट्रेनों को झांसी-बीना-नागदा रूट से निकाला गया है। इसके अलावा रोडवेज ने जयपुर, करौली, भरतपुर और धौलपुर की ओर जाने वाली करीब 220 बसों का संचालन बंद कर दिया है। सरकार का कहना है कि आंदोलन के पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही संचालन शुरू किया जाएगा।
इन यात्री ट्रेनों का किया मार्ग परिवर्तन
गुर्जर आंदोलन के कारण रेलवे ने हजरत निजामुद्दीन-कोटा एक्सप्रेस ट्रेन को वाया भरतपुर-बांदीकुई-जयपुर-सवाई माधोपुर, बांद्रा टर्मिनस-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस ट्रेन को वाया सवाई माधोपुर- जयपुर- बांदीकुई, कोटा-देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन को वाया सवाई माधोपुर-जयपुर-दिल्ली, इंदौर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन को वाया सवाई माधोपुर-जयपुर-दिल्ली होकर चलाया है। इसी तरह हजरत निजामुद्दीन-इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन को वाया दिल्ली-जयपुर और सवाई माधोपुर, हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन को वाया दिल्ली-जयपुर-अजमेर-चंदेरिया तथा उदयपुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन को वाया चंदेरिया-अजमेर-जयपुर-दिल्ली होकर चलाया जा रहा है।
छह जिलों में बंद की इंटरनेट सेवा
सरकार ने आंदोलन के दौरान किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने के लिए भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा, धौलपुर और जयपुर जिले की 9 उपखंडों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामाना करना पड़ रहा है।