एली लिली एंड कंपनी ने 'बारिसिटिनिब' की बिक्री के लिए तीन भारतीय कंपनियों से किया करार
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में बढ़ रहे जान खतरे के बीच एक बड़ी राहत की खबर आई है। दरअसल, अमेरिकी फार्मा कंपनी एली लिली एंड कंपनी ने कोरोना मरीजों के उपचार में काम आने वाली अपनी गठिया दवा 'बारिसिटिनिब' (Baricitinib) के भारत में उत्पादन और वितरण के लिए तीन जेनरिक दवा कंपनियों के साथ करार किया है। ऐसे में महामारी के इस दौरान भारत में इन दवा की आपूर्ति बेहद आसान हो सकेगी।
DCGI ने 3 मई को दी थी दवा को आपात इस्तेमाल की मंजूरी
लिली एंड कंपनी ने कोरोना मरीजों के उपचार के लिए 'बारिसिटिनिब' नाम से नई दवा विकवित की थी। इसे रेमडेसिविर के साथ मिलाकर कोरोना मरीजों के उपचार में काम लिया जाता है। नवंबर 2020 में अमेकिरी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (CDSCO) ने इसे सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। उसके बाद गत 3 मई को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस दवा को सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूर दे दी थी।
इन भारतीय कंपिनयों के साथ किया करार
NDTV के अनुसार कंपनी ने ईमेल के जरिए बताया कि उसने 'बारिसिटिनिब' के भारत में उत्पादन और वितरण के लिए भारतीय जेनरिक दवा कंपनी सिप्ला लिमिटेड, ल्यूपिन लिमिटेड और सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ करार किया है। इसके लिए तीनों कंपनियों के लिए रॉयल्टी फ्री नॉन एक्सक्लूसिव वॉलंटरी लाइसेंस भी जारी कर दिया है। इससे कोरोना महामारी से लड़ रहे भारत की दवाओं की खेप में एक और अहम दवा शामिल हो जाएगी।
कोरोना मरीजों पर रेमडेसिवीर के साथ किया जाता है बारिक्टिनिब का उपयोग
बता दें कि लिली एंड कंपनी की दवा बारिसिटिनिब का उपयोग रेमडेसिवीर के साथ मिलकार कोरोना मरीजों पर किया जाता है। इससे अस्पताल में भर्ती और ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों को बड़ी राहत मिलती है। एक गठिया के उपचार में काम आने वाली दवा है और कंपनी इससे पहले ऑल्यूमेंट के नाम से एक अन्य दवा बेच रही थी। कंपनी की इस दवा के इस्तेमाल से मरीजों को राहत मिलने का दावा किया जा रहा है।
ट्रायल में कारगर साबित हुई थी दवा
बता दें कि कंपनी की इस दवा का US नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज ने पिछले साल 1,000 लोगों पर ट्रायल किया था। उस दौरान इसे रेमडेसिवीर के साथ मिलाकर मरीजों को दिया गया था। जांच में पाया गया कि रेमडेसिवीर लेने के बाद जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को चार दिन में अस्पताल से छुट्टी मिल रही थी, वहीं बारिसिटिनिब के साथ रेमडेसिवीर देने पर मरीजों को तीन में ही छुट्टी दी जा रही थी।
कोरोना के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर खड़ी है कंपनी- वोहरा
भारतीय दवा निर्माता कंपनी सिप्ला लिमिटेड ने प्रबंध निदेशक और ग्लोबल CEO उमंग वोहरा ने कहा कि कंपनी ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए गठिया ड्रग बारिसिटिनिब को बनाने और बेचने के लिए अमेरिका की कंपनी एली लिली एंड कंपनी के साथ एक लाइसेंसिंग समझौता किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में कंपनी अग्रिम मोर्चे पर खड़ी है और अमेरिकी कंपनी के साथ करार इसका उदाहरण है।
भारत को चार लाख बारिसिटिनिब दान देगी कंपनी
एली लिली एंड कंपनी ने गत 4 मई को घोषणा की थी वह कोरोना महामारी के खिलाफ जारी भारत की जंग में मदद के लिए उसे बारिसिटिनिब की चार लाख गोलियां दान में देगा। इसका उपयोग रेमडेसिवीर के साथ मिलाकर किया जा सकेगा।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,66,161 नए मामले सामने आए और 3,754 मरीजों की मौत हुई। देश में पिछले कई दिन से चार लाख से अधिक मामले सामने आ रहे थे। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,26,62,575 हो गई है। इनमें से 2,46,116 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 37,45,237 हो गई है।