दिल्ली: 18+ उम्र वालों के लिए खत्म हो रही वैक्सीन, केंद्र का देने से इनकार- सिसोदिया
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में राज्यों को वैक्सीनेशन अभियान में वैक्सीन की कमी से जूझना पड़ रहा है। कई राज्यों में 18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए वैक्सीनेशन को रोक दिया गया है। इसी बीच दिल्ली में भी इस आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन अभियान रोकने खतरा बढ़ गया है। दरअसल, यहां इस आयु वर्ग के लिए तीन दिन की वैक्सीन बची है और केंद्र ने मई में और स्टॉक देने से इनकार कर दिया है।
वैक्सीन की आपूर्ति के संबंध में दिल्ली सरकार को मिला केंद्र का पत्र
बता दें कि दिल्ली सरकार ने 13 मई को केंद्र सरकार को पत्र लिखकर 18 साल से ऊपर वालों के लिए वैक्सीन की आपूर्ति करने की मांग की थी। इस पर केंद्र ने सोमवार को पत्र भेजकर स्थिति स्पष्ट की है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, "केंद्र सरकार का पत्र मिला है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली को मई में 45+ वालों के लिए 3,83,000 खुराक मिलेगी, लेकिन 18+ वालों के लिए और वैक्सीन नहीं मिलेगी।"
"18+ उम्र वालों के लिए बचा तीन दिन का स्टॉक"
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, "वर्तमान में हमारे पास जो वैक्सीन स्टॉक है वह 45 वर्ष से ऊपर वालों के लिए चार दिनों चलेगा। इसी तरह 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए केवल तीन दिन का स्टॉक बचा है।" उन्होंने कहा, "हमने दिल्ली में 45 साल से ऊपर और 18 साल से ऊपर वालों के लिए तेज गति से वैक्सीनेशन अभियान चलाया है। ऐसे में इसे सुचारू रूप से चालू रखने के लिए हमें केंद्र के सहयोग की जरूरत है।"
45 साल से ऊपर वालों के लिए सरकारी स्कूलों में भी शुरू किया वैक्सीनेशन- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा सोमवार से सरकारी स्कूलों में 45 साल से ऊपर वालों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया है। पहले यह अस्पतालों और डिस्पेंसरी में चल रहा था। इन जगहों पर वॉक इन आधार पर वैक्सीन लगाने की सुविधा शुरू की गई है।
केंद्र सरकार को पत्र लिखकर किए तीन अनुरोध- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर तीन अनुरोध किए हैं। इसमें कहा गया है कि 18 साल से ऊपर वालों के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराई जाए, नहीं तो वैक्सीनेशन रोकना पड़ेगा। इसी तरह दोनों कंपनियों द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन और उनके आवंटन का डाटा सार्वजनिक करने की भी मांग की गई है। इससे पता चल सकेगा कि दोनों आयु वर्ग के लोगों के लिए कितनी-कितनी वैक्सीन की आपूर्ति की गई है।
लोगों के वैक्सीनेशन के प्रति रूझान का पता लगाना है जरूरी- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के लिए यह जानना जरूरी है कि सरकारी केंद्रों पर कितने लोग वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं और निजी केंद्रों पर कितने जा रहे हैं। इससे वह आगे की रणनीति तैयार कर सकेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से 45 साल से ऊपर वालों के लिए जून और जुलाई में की जाने वाली वैक्सीनों की आपूर्ति की भी जानकारी मांगी है। इसके आधार पर वह 18 साल से ऊपर वालों के लिए रणनीति तैयार कर सकेंगे।
वैक्सीन की कमी को लेकर लगातार हो रही सरकार की आलोचना
बता दें कि एक और केंद्र सरकार राज्यों से महामारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी और राज्यों को पर्याप्त आपूर्ति नहीं की जा रही है। इसको लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने भी गत गुरुवार को केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि यदि केंद्र के पास पर्याप्त वैक्सीन नहीं है तो वह फोन की कॉलर ट्यून पर वैक्सीनेशन का संदेश क्यों चला रही है।
देश में यह है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 18,29,26,460 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 6,91,211 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है।
दिल्ली में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
दिल्ली में अब धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने लगी है। रविवार को यहां संक्रमण के मामलों गिरकर 6,456 पर पहुंच गए थे और 262 लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 13,93,867 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 21,506 की मौत हो चुकी है और 13,09,578 लोग उपचार के बाद ठीक हो गए। यहां सक्रिय मामलों की संख्या गिरकर 62,783 पर आ गई है।