'स्पूतनिक लाइट' हो सकती है भारत की पहली एकल खुराक वैक्सीन, जून में होगी बातचीत- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है। प्रतिदिन हजारों लोगों की मौतें हो रही है।
इसी बीच खबर है कि भारत में जल्द ही 'स्पूतनिक लाइट' के रूप कोरोना के खिलाफ पहली एकल खुराक वैक्सीन आ सकती है। इसे भी रूसी सेना ने मॉस्को के गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडिमियोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के साथ मिलकर तैयार किया है।
भारत में डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज जून में सरकार और नियामक से मंजूरी के लिए बात करेगी।
प्रभावी
कितनी प्रभावी है स्पूतनिक लाइट?
गामालेया इंस्टीट्यूट ने 'स्पूतनिक लाइट' के नाम से एक कोरोना वायरस के खिलाफ एक एकल खुराक वैक्सीन तैयार की है। रूसी सरकार ने गत 6 मई को इस वैक्सीन को मंजूरी दे दी थी।
कंपनी का दावा है कि यह एकल खुराक वाली वैक्सीन काफी ज्यादा कारगर है और कोरोना मरीजों पर 79.4 प्रतिशत तक प्रभावी है, जो कई अन्य दो खुराकों वाली वैक्सीनों से अधिक है। इतना ही नहीं यह मौजूदा सभी नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर है।
बयान
'स्पूतनिक लाइट' के लिए गामालेया इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर कर रहे काम- सप्रा
डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दीपक सप्रा ने NDTV से कहा, "हम इस पर अपने रूसी साथी और गामालेया इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं रूस में स्पुतनिक लाइट को पहले ही मंजूरी मिल गई है। इसने 79.4 प्रतिशत की प्रभावकारिता दिखाई।"
उन्होंने आगे कहा, "एक तरह से यह स्पूतनिक-V की पहली खुराक है। दूसरी खुराक लेने पर इसकी प्राभाविकता 91.6 प्रतिशत पर पहुंचती है।"
उम्मीद
भारत सरकार और नियामक से जल्द होगी बातचीत- सप्रा
सप्रा ने कहा, "हम वैक्सीन के सभी डाटा की जांच कर रहे हैं। हम 28वें और 42वें दिन की वैक्सीन की सुरक्षा और इम्यूनिटी दोनों का डाटा देख रहे हैं और भारत सरकार तथा नियामक से जल्द ही बाचतीत करेंगे।"
उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि इस वैक्सीन को भारत में इस्तेमाल की अनुमति मिल जाएगी। इससे यह भारत के वैक्सीनेशन अभियान में महत्वपूर्ण पहलू होगी। इसके उपयोग से पूरी वैक्सीनेशन प्रक्रिया एक खुराक में बदल जाएगी।"
स्पूतनिक-V
भारत में 35 केंद्रों पर दी जाएगी 'स्पूतनिक-V' की खुराक- सप्रा
सप्रा ने कहा कि दो खुराक वाली 'स्पूतनिक-V' वैक्सीन देशभर के 35 केंद्रों में लगाई जाएगी। देश में शुक्रवार से इसके वैक्सीनेशन में उपयोग की शुरुआत हो चुकी है। वैक्सीन की पहली खुराक रूस से आयात की जाएगी और दूसरी खुराक का देश में उत्पादन किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि 'स्पूतनिक-V' की आयातित डोज की कीमत भारत में 995.40 रुपये होगी। भारत में उत्पादन के बाद इसकी कीमत में कमी आएगी।
उत्पादन
भारत में किया जाएगा 'स्पूतनिक-V' की 85 करोड़ खुराकों का उत्पादन- RDIF
बता दें कि 'स्पूतनिक-V' को रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) की तरफ से फंडिंग की जा रही है। RDIF के CEO ने इसे रूस और भारत की वैक्सीन बताया है।
उन्होंने कहा कि 'स्पूतनिक-V' वैक्सीन के एक बड़े हिस्से का उत्पादन भारत में होगा। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल तक भारत में इसकी कुल 850 मिलियन (करीब 85 करोड़) खुराकों का उत्पादन किया जाएगा। स्पूतनिक लाइट भी जल्द भारत में आएगी।