नए शैक्षणिक सत्र में कम हो सकता है सिलेबस और पढ़ाई के घंटे, मांगे गए सुझाव
सरकार दोबारा स्कूल खुलने पर नए शैक्षणिक सत्र में सिलेबस के साथ-साथ पढ़ाई के घंटो को कम करने पर विचार कर रही है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने यह जानकारी एक ट्वीट कर दी है। उन्होंने बताया कि अभिभावकों और शिक्षकों ने इसके लिए अनुरोध किया है। उसके बाद ही ऐसा करने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस संकट के कारण मध्य मार्च से स्कूल बंद चल रहे हैं।
इस साल देर से शुरू होगा शैक्षणिक सत्र
गौरतलब है कि अनलॉक-1 शुरू हो गया है, लेकिन अभी स्कूल खुलने की अनुमति नहीं दी गई है। वहीं हाल ही में पोखरियाल ने बताया कि स्कूल 15 अगस्त के बाद खोले जा सकते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि स्कूल दोबारा खोले जाने पर शिक्षकों को बदली हुईं परिस्थितियों के अनुसार अपने आपको बदलाना होगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने में काफी देरी हो रही है।
शिक्षकों और अभिभावकों से मांगे गए सुझाव
काफी समय से स्कूल बंद होने के कारण पहले ही छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो चुका है और अभी भी स्कूल खुलने में काफी समय है। इस कारण विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा सिलेबस को कम करने की सिफारिशें आ रही थीं। उन्हें देखते हुए पोखरियाल ने शिक्षकों, शिक्षाविदों और अभिभावकों को इस संबंध में अपने सुझाव देने के लिए कहा है, जिससे सरकार को ऐसा करने में मदद मिल सके।
पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ प्रवेश परीक्षाओं के सिलेबस में भी कम किए जाएं अध्याय
बता दें कि हाल ही में पोखरियाल और दिल्ली के शिक्षा मंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बीच एक बैठक हुई। इसमें सिसोदिया ने स्कूल की पाठ्यपुस्तकों से अध्यायों को कम करने के साथ-साथ अगली साल होने वाली ज्वाइंट एंट्रेस एग्जामिनेशन (JEE) मेन और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के लिए भी ऐसा करने के लिए कहा है। बता दें कि सिलेबस में क्या हटाया जाएगा और क्या रहेगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।
ऐसे दे सकते हैं अपने सुझाव
पोखरियाल ने शिक्षक, अभिभावक और शिक्षाविदों से अपने सुझाव ट्विटर और फेसबुक के जरिए देने के लिए कहा है। सुझाव देने के लिए #SyllabusForStudents2020 हैशटैग का उपयोग करना होगा। इस हैशटैग को लगाते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय या मंत्री के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल या फेसबुक पेज पर जाकर अपना सुझाव देें। शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए सिलेबस कम करने आदि के लिए आपके द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार किया जाएगा।