ताजिकिस्तान में आया भूकंप, भारत के कई राज्यों में महसूस किए गए तेज झटके
बीती रात राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटकों ने लोगों की धड़कनें बढ़ा दी। रात 10:31 बजे आए भूकंप का केंद्र मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान में जमीन से 74 किलोमीटर नीचे था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई थी। भारत के जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में इसके झटके महसूस किए गए। राहत की बात यह है कि अभी तक जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
श्रीनगर से 500 किलोमीटर से कम दूरी पर था केंद्र
भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान के मुर्गाब शहर से 35 किलोमीटर पश्चिम में था। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से इसकी दूरी 500 किलोमीटर से भी कम है। गहराई में केंद्र होने के कारण ज्यादा इलाकों में इसके झटके महसूस हुए। जम्मू-कश्मीर में लगभग 20 सेकंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसके बाद डर के मारे लोग घरों से बाहर निकलकर खुली जगहों पर इकट्ठा होने लगे। ऐसा ही हाल बाकी जगहों पर रहा।
हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला के पास था केंद्र
इस भूकंप का केंद्र हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला के पास था, जो दुनियाभर में भूकंप का हॉटस्पॉट माना जाता है। आंकड़ों के अनुसार, ताजिकिस्तान के दक्षिण-पूर्वी इलाके में पिछले पांच सालों में रिक्टर स्केल पर 5 की तीव्रता से ज्यादा के 14 से अधिक भूकंप आ चुके हैं। इनमें से केवल 2016 में आया भूकंप कल के झटकों से ज्यादा तेज था। इस इलाके में जमीन से ज्यादा गहराई पर भूकंप के झटके जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए जाते हैं।
भूकंप विज्ञान विभाग की गलती से मचा हड़कंप
भूकंप के कारण पहले से घबराए लोगों का डर उस समय और बढ़ गया, जब राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने बताया कि इसका केंद्र पंजाब के अमृतसर के पास जमीन से केवल 10 किलोमीटर नीचे है। इस तरह के झटकों से इलाके में भारी नुकसान हो सकता था। माना जाता है कि इस इलाके में इतना तेज भूकंप नहीं आता। हालांकि, बाद में NCS ने अपनी गलती सुधारी, लेकिन तब तक यह मीडिया में रिपोर्ट हो चुका था।
मुख्यमंत्री ने बताया- पंजाब में कोई नुकसान नहीं
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रात को ट्वीट कर जानकारी दी कि अभी तक राज्य में किसी तरह के जानमान का नुकसान नहीं हुआ है और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अभी तक अमृतसर या पंजाब के दूसरे इलाकों से भूकंप के बाद किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। पंजाब पुलिस और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।'
पाकिस्तान में भी महसूस किए झटके
ताजिकिस्तान और भारत के अलावा पाकिस्तान में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान के लाहौर, इस्लामाबाद, पंजाब और खैबर पख्तूनखवा के कई इलाकों में भूकंप के डर से लोग घरों से बाहर निकल आए।
सोशल मीडिया पर सलामती की दुआ करने लगे
भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़ीं खबरें, फोटो और वीडियो वायरल होने लगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लोगों की सुरक्षा के लिए कामना की। वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने ट्वीट किया कि 2005 के बाद पहली बार इतना तेज भूकंप आया है कि उन्हें घर से बाहर आना पड़ा। कई अन्य लोगों ने भी भूकंप की जानकारी देते हुए प्रभावित इलाकों के लोगों की सुरक्षा की कामना की।
पिछले साल दिल्ली में 13 बार आया भूकंप
शुक्रवार को भारत के कई राज्यों में इस साल के पहले भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, पिछले साल कई बार धरती हिली थी। भूविज्ञान मंत्रालय के अनुसार, पिछले साल 3 और उससे अधिक की तीव्रता के 964 भूकंप आए थे। इनमें से 13 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में महसूस किए गए थे। पिछले साल 12 अप्रैल को पहली बार दिल्ली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे।