कोरोना महामारी से जंग में केंद्र सरकार राज्यों को दे रही 50,000 'मेड इन इंडिया' वेंटीलेटर
भारत में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित और मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 4,40,215 पर पहुंच गई है। ऐसे में केंद्र सरकार ने इस महामारी से लड़ने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 50,000 'मेड इन इंडिया' वेंटीलेटरों की आपूर्ति शुरू कर दी है। बता दें कि वेंटीलेटरों के निर्माण के लिए सरकार ने पीएम केयर्स फंड से 2,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था।
किया जा चुका है कि 2,923 'मेड इन इंडिया' वेंटीलेटरों का निर्माण
HT की रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने जानकारी दी है कि देश में अब तक 2,923 'मेड इन इंडिया' वेंटीलेटरों का निर्माण किया जा चुका है। इनमें से 1,340 वेंटीलेटरों की राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आपूर्ति भी की जा चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा वेंटीलेटर कोरोना वायरस से सबसे प्रभावित महाराष्ट्र और दिल्ली को आवंटित किए गए हैं। सरकार की ओर से अब तक दोनों राज्यों को 275-275 वेंटीलेटर दिए जा चुके हैं।
इन राज्यों में भेजे जा चुके हैं वेंटीलेटर
सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी वेंटीलेटरों की आपूर्ति की गई है। इसके तहत गुजरात को 175, बिहार को 100, कर्नाटक को 90 और राजस्थान को 75 वेंटीलेटर दिए गए हैं।
प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए आवंटित किया बजट
केंद्र सरकार की ओर से वेंटीलेटरों के साथ लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 1,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इसके तहत महाराष्ट्र को सबसे अधिक 181 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश 103 करोड़, तमिलनाडु 83 करोड़, गुजरात 66, दिल्ली 55 करोड़, पश्चिम बंगाल 53 करोड़, बिहार 51 करोड़, मध्य प्रदेश और राजस्थान 50-50 करोड़ और कर्नाटक को 34 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
प्रवासियों के लिए यह करनी थी व्यवस्था
केंद्र की ओर से जारी किए बजट के तहत राज्य सरकारों को उनके यहां फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए आवास, भोजन, चिकित्सा उपचार और परिवहन की व्यवस्था करनी थी। हालांकि, सरकारों ने बजट मिलने से पहले ही व्यवस्था शुरू कर दी थीं।
प्रधानमंत्री विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लगातार कर रहे हैं चर्चा
रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार महामारी में सभी राज्यों की मदद कर रही है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नियमित रूप से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं और राज्यों की स्थिति पर नजरें बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में भी नेताओं को अवगत कराया है कि भारत ने समय पर लॉकडाउन लागू कर देश को कोरोना की गंभीर स्थिति में पहुंचने से बचाया है। यह देश के लिए राहत की बात है।
गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में संभाली कमान
राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या और बिगड़ते हालातों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कमान संभाल ली है। वह लगातार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक कर राज्य की स्थिति का आंकलन कर रहे हैं और सुधार के लिए पर्यास कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में रैंडम सेरोलॉजिकल सर्वे कराने का भी निर्णय किया है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 14,933 नए मामले सामने आए और 312 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए दूसरे सबसे अधिक नए मामले और मौतें हैं। इससे पहले रविवार को रिकॉर्ड 15,414 नए मामले सामने आए थे। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 4,40,215 हो गई है, वहीं 14,011 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,78,014 है।