महाराष्ट्र: एक से 10वीं तक के छात्रों के लिए मराठी पढ़ना हुआ अनिवार्य
क्या है खबर?
अब महाराष्ट्र में इंटरनेशनल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (ICSE), इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (IGCSE), इंटरनेशन बैकलॉरयेट (IB) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के सभी स्कूलों में 10वीं तक मराठी को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा।
सोमवार को राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने घोषणा कर इसके बारे में जानकारी दी है।
इसके लिए बनाए गए नियमों को चरणों में लागू किया जाएगा, जिसके अनुसार प्रत्येक वर्ष दो कक्षाओं में मराठी पढ़ाई जाएगी।
प्रक्रिया
ऐसे लागू होगा नियम
शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में एक और 6वीं के छात्र अनिवार्य रुप से मराठी पढ़ेंगे।
उसके बाद 2021-22 में दूसरी और 7वीं, 2022-23 में तीसरी और 8वीं, 2023-24 में चौथी और 9वीं और 2024-25 में 5वीं और 10वीं छात्रों के लिए मराठी पढ़ना अनिवार्य होगा।
पहली से 5वीं तक के छात्रों की मराठी में सुनने, बोलने, पढ़ने और लिखने की स्किल पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। वहीं 6वीं से 10वीं तक के छात्रों के लिए समझ पर अधिक ध्यान दिया जाएगा
नियम
नियम न मानने पर लग सकता है जुर्माना
फरवरी में राज्य विधानसभा में इससे संबंधित बिल सर्वसम्मति से पारित किया गया था। जिसके अनुसार इस नियम का पालन न करने वाले स्कूलों पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य के स्कूलों में मराठी को अनिवार्य करने का फैसला लिया है और इसे नए शैक्षणिक सत्र 2020-21 तक सभी बोर्डों द्वारा लागू किया जाएगा।
सहमति
सभी स्कूलों के प्रमुखों ने दी थी सहमित
राज्य के मराठी भाषा विभाग मंत्री सुभाष देसाई के अनुसार सदन में विधेयक पेश किए जाने से पहले सभी स्कूलों के मंडलों के प्रमुखों के साथ बातचीत की गई थी। सभी ने इस पर सहमति दी थी।
बता दें कि वर्तमान में अधिकांश बोर्ड मराठी पढ़ाते हैं, लेकिन यह केवल 8वीं तक पढ़ाया जाता है।
वहीं 9वीं और 10वीं के छात्रों को मराठी पढ़ाने में परेशानियां आ सकता हैं, क्योंकि उन्हें पहले से ही कई विषय पढ़ने होते हैं।
रिजल्ट
अभी तक जारी नहीं हुआ बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट
दूसरी तरफ इस साल महाराष्ट्र में बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को अपने रिजल्ट के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है।
यहां 10वीं की परीक्षा मार्च में हो चुकी थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हो सका है।
खबरों के अनुसार 10 जून को रिजल्ट जारी होना था, लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि इसे फिर टाल दिया गया है। छात्रों का इंतजार अब और लंबा हो गया है।