NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कोरोना के कारण नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर, लाखों बच्चों को नहीं लगे टीके
    अगली खबर
    कोरोना के कारण नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर, लाखों बच्चों को नहीं लगे टीके

    कोरोना के कारण नियमित स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर, लाखों बच्चों को नहीं लगे टीके

    लेखन प्रमोद कुमार
    Aug 30, 2020
    06:11 pm

    क्या है खबर?

    कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में अन्य बीमारियों के लाखों मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाया है।

    कुछ महीनों से डॉक्टर भी इस मामले को लेकर चेता रहे हैं कि लाखों मरीजों को उनकी दवाएं, डायलिसीस और अहम चीजों से वंचित रहना पड़ रहा है।

    अब सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों से इस बात पर मुहर लग गई है कि कोरोना के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं, जिनका गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

    असर

    ऑपरेशन की संख्या में आई तेज गिरावट

    इस सप्ताह जारी किए आधिकारिक आंकड़ों में पता चला है कि मार्च से लेकर जून तक देश की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं, जिसके कारण ऑपरेशन कराने वाले मरीजों की संख्या में भारी कटौती का सामना करना पड़ा।

    इस साल फरवरी महीने में देशभर में 11.7 लाख छोटे और 4.23 लाख बड़े ऑपरेशन हुए थे।

    लॉकडाउन और दूसरी पाबंदियों के चलते जून में इनकी संख्या घटकर क्रमश: 4.24 लाख और 1.1 लाख रह गई।

    कोरोना का डर

    मार्च से कम होना शुरू हो गई थी OPD मरीजों की संख्या

    नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के तहत काम करने वाले हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम की तरफ से इस सप्ताह अप्रैल, मई और जून के आंकड़े जारी किए गए हैं।

    इसमें पता चला है कि मार्च से ही OPD मरीजों की संख्या कम होनी शुरू हो गई थी। कैंसर, मधुमेह, और दिमागी परेशानियों आदि का सामना कर रहे मरीजों अस्पताल नहीं आ रहे थे।

    फरवरी 2020 में मधुमेह के 30.51 लाख मरीज अस्पताल आए थे। जून में यह संख्या 16.09 लाख हो गई।

    जानकारी

    कई बीमारियों के 50 प्रतिशत मरीज भी नहीं पहुंचे अस्पताल

    इसी तरह फरवरी में हायपरटेंशन के 36.06 लाख और दिमागी बीमारियों 5.29 लाख मरीज मरीज अस्पताल पहुंचे थे। जून में इनकी संख्या घटकर क्रमश: 19.08 लाख और 1.80 लाख रह गई। ऐसा ही हाल अन्य बीमारियों के मरीजों का है।

    आंकड़े

    अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी घटी

    इसी दौरान अन्य संचारी रोगों के कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से घटी है।

    इससे भी चिंता की बात यह है कि देश में सबसे ज्यादा जानें लेने वाली बीमारी ट्यूबकुलोसिस (आम भाषा में टीबी) के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम हुई है।

    फरवरी में टीबी के 22,500 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए थे, जबकि जून में यह संख्या महज 7,151 रह गई।

    असर

    बच्चों के टीकाकरण की रफ्तार पर भी लगे ब्रेक

    इन आंकड़ों में यह भी बताया गया है कि कैसे कोरोना वायरस महामारी के कारण टीकाकरण की प्रक्रिया पर असर पड़ा है।

    अप्रैल में टीबी से बचाव के लिए दी जाने वाली BCG वैक्सीन जितने बच्चों को मिली, उनकी संख्या जनवरी की तुलना में आधी थी।

    इसका मतलब यह हुआ कि अप्रैल में मुख्यत: लॉकडाउन और अन्य कारणों से लगभग 10 लाख बच्चों को BCG वैक्सीन नहीं दी गई। आगे चलकर यह परेशानी खड़ी कर सकती है।

    असर

    मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं तक रही कम महिलाओं की पहुंच

    इनके अलावा आंकड़ो में सामने आया है कि मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं तक इस साल मार्च और अप्रैल में पहले की तुलना में कम महिलाओं की पहुंच थी।

    इसी दौरान देश में सबसे कड़ा लॉकडाउन लागू था। ऐसा हो सकता है कि इनमें से कुछ ने कोरोना संक्रमण के डर के कारण इलेक्टिव सर्जरी को स्थगित किया हो, लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि इससे जुड़ी अन्य छोटी-बड़ी सर्जरी भी बेहद कम हुई हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    कैंसर
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    साइबर हमलों के दौर में अपने वाई-फाई नेटवर्क को कैसे रखें सुरक्षित? साइबर हमला
    धनुष ने इन फिल्मों से जीते दिल, किसी की भी IMDb रेटिंग 8 से कम नहीं धनुष
    IPL 2025: GT बनाम LSG मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025: LSG ने GT को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    भारत की खबरें

    कोरोना वायरस: पिछले हफ्ते दुनियाभर में संक्रमित हुए लोगों में 26 प्रतिशत भारत से ब्राजील
    फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, दक्षिण कोरिया में स्कूल बंद तो स्पेन में लगी पाबंदियां दक्षिण कोरिया
    20 साल की उम्र में दुनिया का सबसे तेज मानव कैलकुलेटर बना यह भारतीय लड़का लंदन
    मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में नीरव मोदी की पत्नी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी पंजाब नेशनल बैंक (PNB)

    कैंसर

    दालचीनी के इस्तेमाल से स्वास्थ्य के साथ-साथ चेहरे को भी होता है फ़ायदा, जानें स्वास्थ्य
    एवोकाडो के इस्तेमाल से सेहत से लेकर ख़ूबसूरती तक मिलते हैं ये कमाल के फ़ायदे स्वास्थ्य
    केवल कैंसर ही नहीं इन वजहों से भी होता है ब्रेस्ट में दर्द, ऐसे करें बचाव स्वास्थ्य
    महिला स्वास्थ्य: थाइराइड के साथ ही कई बीमारियों की वजह है एस्ट्रोजन हार्मोन, ऐसे करें बचाव स्वास्थ्य

    कोरोना वायरस

    भारत की पहली कोरोना टेस्ट किट को ICMR की मंजूरी, महज 20 मिनट में मिलेगा परिणाम दिल्ली
    तमन्ना भाटिया के माता-पिता पाए गए कोरोना पॉजिटिव, अभिनेत्री की रिपोर्ट नेगेटिव बॉलीवुड समाचार
    NEET-JEE परीक्षा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे गैर भाजपा शासित राज्यों के सात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
    दोबारा शुरू होने पर दिल्ली मेट्रों के सफर में क्या-क्या बदलाव आएंगे? दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025