20 साल की उम्र में दुनिया का सबसे तेज मानव कैलकुलेटर बना यह भारतीय लड़का
क्या है खबर?
बीते दिन से नीलकंठ भानु प्रकाश का नाम चर्चा में है। इसकी वजह यह है कि उन्होंने मेंटल कैलकुलैशन वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
20 वर्षीय भानु कहते हैं कि वो यह पदक अपने नाम करने वाले पहले भारतीय हैं। भानु अब दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलैटर बन गए हैं।
उनका कहना है कि गणित एक बड़ा दिमागी खेल है और उनका मिशन लोगों के दिमाग से गणित के डर को दूर करना है।
जानकारी
भानु ने नाम सबसे तेज गणना का रिकॉर्ड
हैदराबाद के मोती नगर रहने वाले भानु के नाम दुनिया में सबसे तेज गणना करने का रिकॉर्ड है। दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन कर चुके भानु अब गणित में मास्टर्स की पढ़ाई कर रहे हैं।
शुरुआत
दुर्घटना के कारण गणित से पड़ा था भानु का वास्ता
आप सोच रहे होंगे कि भानु बचपन से गणित में इसी तरह झंडे गाड़ रहे थे तो ऐसा नहीं है। एक दुर्घटना की वजह से उनका गणित से वास्ता पड़ा।
दरअसल, पांच साल की उम्र में हुए एक हादसे में उनके सिर में चोट आई थी।
वो कहते हैं, "मेरे माता-पिता को बताया गया कि मैं अपनी चेतना खो सकता हूं। इसलिए मैंने अपने दिमाग को चलाए रखने के लिए गणित की गणनाएं करनी शुरू की।"
दावा
भानु का दावा- सबसे तेज गणना के चार वर्ल्ड रिकॉर्ड
बीबीसी से बात करते हुए भानु कहते हैं कि मध्य वर्गीय परिवार से होने के नाते आमतौर पर लोगों की इच्छा अच्छी नौकरी करना या अच्छा कारोबार शुरू करना होती है न कि गणित जैसे क्षेत्र में जाने की। इसके उलट भानु को गणित से इतना प्यार हो गया है कि वो अब इसमें मास्टर्स डिग्री कर रहे हैं।
उनका दावा है कि उनके नाम दुनिया के सबसे तेज मानव कैलकुलेटर होने के चार वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं।
तैयारी
रोजाना 6-7 तक चलता है अभ्यास
भानु अपनी कामयाबी के लिए अपनी तैयारी को श्रेय देते हैं। वो कहते हैं कि यह इतना आसान नहीं है कि कोई डेस्क पर बैठकर पढ़ता रहे।
उन्होंने कहा, "मुझे खुद को सिर्फ तेजी से गणना करने वाला नहीं बल्कि तेजी से सोचने वाला भी बनाना था।"
वो अपनी नियमित पढ़ाई के अलावा रोजाना 6-7 घंटे तक अभ्यास करते हैं। हालांकि, चैंपियनशिप जीतने के बाद अब उन्होंने अपनी तैयारियों को कुछ समय के लिए विराम दिया है।
अभ्यास
बहुत अलग है भानु की तैयारी का तरीका
भानु की तैयारी का तरीका भी काफी अलग है।
वो कहते हैं, "मैं तेज गाने बजाकर, क्रिकेट खेलते समय आदि अभ्यास करता हूं क्योंकि इससे दिमाग एक साथ कई चीजें करने का अभ्यस्त हो जाएगा। मैं पास से गुजरने वाली कारों के नंबर जोड़ने लग जाता हूं। अगर किसी से बात कर रहा हूं तो गिनता हूं कि उन्होंने अपनी पलकें कितनी बार झपकाईं। ये सब भले ही अजीब लग रहा है, लेकिन इससे दिमाग चलता रहता है।"
बयान
डर के कारण गणित में करियर नहीं बना पाते लोग- भानु
भानु का लक्ष्य सिर्फ रिकॉर्ड बनाना ही नहीं है। वो कहते हैं कि बहुत लोग गणित से डरते हैं। उनका मकसद लोगों के दिमाग से गणित के डर को भगाना है।
वो कहते हैं कि इस डर के कारण लोग गणित के क्षेत्र में करियर नहीं बनाते।
दूसरी तरफ उनका परिवार उनकी इन उपलब्धियों से बेहद खुश हैं। भानु कहते हैं परिवार के प्रोत्साहन के बिना उनका यहां तक पहुंच पाना संभव नहीं था।