ग्रेटर नोएडा की 'पाकिस्तान वाली गली' के निवासियों ने प्रधानमंत्री से लगाई नाम बदलने की गुहार
क्या है खबर?
क्या आपको पता है कि भारत में एक गली का नाम पाकिस्तान के नाम से है और ये गली देश की राजधानी दिल्ली से बहुत ज्यादा दूर नहीं है।
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित इस गली का नाम "पाकिस्तान वाली गली" है और इसके निवासियों को इस नाम के कारण कई साधारण सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है।
इससे परेशान होकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गली का नाम बदलने को कहा है।
नाम का इतिहास
ऐसे पड़ा गली का नाम
दरअसल, गली के मौजूदा निवासियों के पूर्वज बंटवारे के समय पाकिस्तान से यहां आकर बस गए थे। तभी से इस गली का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' पड़ गया है।
अब गली के निवासियों का कहना है कि अगर उनके पूर्वज पाकिस्तान से आए थे तो ये उनकी गलती नहीं है।
निवासियों का कहना है कि गली के कारण उन्हें मूल सरकारी सेवाओं से भी वंचित रहना पड़ता है और लोग उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते।
समस्या
निवासियों ने कहा, केवल 4 पूर्वज पाकिस्तान से आए थे
गली के एक निवासी ने कहा, "हम भारतीय हैं। हमारे केवल 4 पूर्वज बहुत समय पहले पाकिस्तान से यहां आए थे। लेकिन अभी भी हमारे आधार कार्ड तक पर "पाकिस्तान वाली गली" लिखा जाता है। हम इस देश का हिस्सा हैं तो हमें पाकिस्तान के नाम पर अलग क्यों किया जा रहा है।"
अपनी समस्याओं के बारे में बताते हुए गलीवासियों ने कहा कि वह रोजगार और बच्चों के लिए सस्ती शिक्षा चाहते हैं।
बयान
गली के नाम के कारण अलग-थलग महसूस करते हैं निवासी
गली में रहने वाले भूपेश कुमार ने बताया, "हमें आधार कार्ड दिखाने के बाद भी रोजगार नहीं मिलता। हम अपने बच्चों की शिक्षा पर पैसा खर्च करते हैं लेकिन उन्हें भी रोजगार नहीं मिलेगा। हम बहुत परेशान हैं। हम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गली का नाम बदलने और हमें रोजगार देने का अनुरोध करते हैं।"
उनका कहना है कि गली के नाम के कारण वह अपने ही देश में अलग-थलग महसूस करते हैं।
समस्या
"गली के नाम के कारण बुरा व्यवहार करते हैं लोग"
एक अन्य निवासी ने भी अपनी समस्या बताते हुए कहा, "लोगों हमारे साथ बुरा व्यवहार करते हैं जैसे कि हम किसी दूसरे देश के हैं। ये सब होता है क्योंकि गली का नाम पाकिस्तान वाली गली है। हमें मोदी जी से उम्मीद है और हम निश्चिंत हैं कि अगर उन तक हमारी आवाज पहुंची तो वह हमारी जरूर सुनेंगे।"
बता दें कि गली में कुल 60-70 घर हैं और सभी ने गली का नाम बदलने की गुहार लगाई है।