पाकिस्तान के सबसे वजनी व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के लिए बुलानी पड़ी मिलिट्री
मोटापा न केवल इंसान की पर्सनालिटी को ख़राब करता है, बल्कि उसे कई बीमारियों का भी शिकार बना देता है। दुनिया में कई ऐसे लोग हैं, जो अपने मोटापे से काफ़ी परेशान हैं। हाल ही में पाकिस्तान के सबसे वजनी व्यक्ति को इलाज के लिए लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। आपको बता दें कि इस व्यक्ति का वजन 330 किलोग्राम है। ख़ास बात ये है कि व्यक्ति को अस्पताल ले जानें के लिए मिलिट्री बुलानी पड़ी।
सैन्य हेलिकॉप्टर की मदद से पहुँचाया गया अस्पताल
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब क्षेत्र के सादिक़ाबाद जिले के रहने वाले नूर हसन का वजन 330 किलोग्राम है। जब उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की बारी आई तो लोगों की हालत ख़राब हो गई। इसके बाद मदद के लिए पाकिस्तानी मिलिट्री को बुलाना पड़ा। इसके बाद लोगों ने और सैन्य बचाव दल ने मिलकर एक विशेष सैन्य हेलिकॉप्टर की मदद से नूर को अस्पताल पहुँचाया।
वर्तमान में पाकिस्तान के सबसे वजनी व्यक्ति हैं नूर
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने नूर को अस्पताल ले जाने और उनके इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की। बता दें कि ज़्यादा वजन होने और अन्य बीमारियों की वजह से नूर अपने आप कहीं जा पाने में भी असमर्थ हैं। अब लाहौर के अस्पताल में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से नूर का इलाज किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नूर को पाकिस्तान का सबसे वजनी व्यक्ति माना जाता है।
घर से बाहर निकालने के लिए तोड़नी पड़ी दीवार
सिन्हुआ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नूर को घर से बाहर निकालने के लिए दीवार को तोड़ना पड़ा, क्योंकि ज़्यादा मोटा होने की वजह से घर के मेन गेट से उन्हें बाहर निकालना संभव नहीं था।
51% पाकिस्तानी हैं मोटापे के शिकार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 2017 में पाकिस्तान के सबसे वजनी व्यक्ति, जिसका वजन 360 किलोग्राम था का इलाज लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से किया गया था। सर्जरी के बाद व्यक्ति का वजन 200 किलोग्राम हो गया था। पाकिस्तान एंडोक्राइन सोसायटी द्वारा पिछले साल जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 29% पाकिस्तानी ज़्यादा वजन के शिकार हैं, जिनमें से 51% को मोटापे की श्रेणी में रखा गया है।
क्या है लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की मदद से डॉक्टर मरीज़ के शरीर में बिना कोई बड़ा चीरा लगाए पेट के अंदरूनी हिस्सों की सर्जरी करने में सक्षम होते हैं। इसे 'कीहोल सर्जरी' और 'न्यूनतम चीरा सर्जरी' के नाम से भी जाना जाता है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में मुख्य रूप से एक टेलीस्कोप को वीडियो कैमरा के साथ जोड़ा जाता है और उसे पेट के अंदर डाला जाता है। सर्जन और उनकी टीम पेट के अंदर की स्थिति को टीवी मॉनिटर पर देखते हैं।